विदेशी मीडिया ने लिखा मोदी सरकार का सच, जिसे भारतीय मीडिया दिखाने से कतरा रहा है?

फोकस भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करोड़ों रूपये ख़र्च कर विदेशों में अपना प्रचार-प्रसार किया, इस सोच के साथ कि भारत को वैश्विक स्तर पर एक पहचान मिलेगी। लेकिन विदेशी मीडिया में भारत को लेकर इन दिनों हो रही रिपोर्टिंग  से  ग्लोबल स्तर पर भारत की साख़ पर सवाल खड़े जरुर हुए है। ।मसलन देश में कोरोना संक्रमण को लेकर पीएम मोदी और उनकी सरकार के रवैये की विदेशी मीडिया में जमकर आलोचना हो रही है। रविवार को गलोबल मीडिया आउटलेट न्यू यॉर्क टाइम्स ने भारत में कोरोना संक्रमण के हालात और ‘छुपाए जा रहे’ मौतों के आंकड़े को लेकर एक लेख प्रकाशित की है। अख़बार ने लिखा है कि ‘कोरोना वायरस ने भारत में तबाही मचाई हुई है और मौतों के आंकड़े कम करके बताए जा रहे हैं।’ अख़बार ने आगे लिखा है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर देश में तबाही बनती जा रही है। इस बीच अस्पातल में बेड ख़त्म हो गए हैं, ऑक्सीजन सप्लाई बाधित हुआ है और अस्पतालों में लोग डॉक्टर के इंतज़ार में दम तोड़ रहे हैं। एविडेंस या साक्ष्य से पता चलता है कि आधिकारिक तौर पर रिपोर्ट्स की तुलना में भारत में मौतें कहीं ज़्यादा हो रही है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक  विदेशी मीडिया में ये लिखा गया है-  द वाशिंगटन पोस्टपाबंदियों से जल्दी राहत देने की वजह से भारत में कोरोना फिर बढ़ा, ऑस्ट्रेलियन फाइनेंशियल रिव्यू: सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा मोदी का कार्टून, द गार्जियन: भारत में बदतर हालात के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ओवर कॉन्फिडेंस, टाइम मैगजीन: भारत में कोरोना को रोकने में PM मोदी फेल, वैक्सिनेशन भी धीमा।