हरियाणा के 8 सांसदों का परिवार विधानसभा चुनाव में टिकट की दौड़ में सबसे आगे

फोकस भारत। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 के लिए सूबे में तमाम राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। सतारुढ़ पार्टी भाजपा में सियासी तूफान उफान पर है। क्योंकि सबसे ज्यादा टिकट के दावेदार भाजपा में है। दरअसल हरियाणा के 10 सांसदों में से 8 सांसद अपने परिवार के सदस्यों को विधानसभा का टिकट दिलाने में लगे हुए है। अब यह सांसद चाहते हैं कि मोदी लहर में उनके परिवार के सदस्य और रिश्तेदार भी चुनाव वैतरणी पार कर विधानसभा पहुंच जाएं। अपने बेटे, बेटियों, परिवार के सदस्यों तथा खास रिश्तेदारों के लिए इन सांसदों ने टिकट की लाबिंग शुरू कर दी है।

 

  • सोनीपत से भाजपा सांसद रमेश कौशिक अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे हैं।

– कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी अपनी पत्नी सुमन सैनी को नारायणगढ़ विधानसभा से टिकट दिलाना चाहते हैं।

  • केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर अपने बेटे के लिए टिकट की लाबिंग कर रहे
  • केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत बेटी आरती राव के लिए टिकट की मजबूती से पैरवी करने में जुटे हैं।

-अंबाला के सांसद रतन लाल कटारिया चाहते हैं कि उनकी पत्नी बंतो कटारिया हरियाणा विधानसभा में चुनकर पहुंचे।

  • भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद चौ. धर्मबीर चाहते हैं कि उनके भाई को विधानसभा का टिकट मिले। धर्मबीर पिछले तीन दशक से उनके साथ जुड़े अपने एक अजीज कार्यकर्ता के लिए भी पुरजोर पैरवी कर रहे हैं। इस कार्यकर्ता को हलके में मुनीम के नाम से जाना जाता है। भाई और मुनीम की टिकट में सफलता नहीं मिली तो गुर्जर नेता पाले राम के लिए चौ. धर्मबीर पैरवी करते नजर आ सकते हैं। यहां से भाजपा के मुकेश गौड़ भी टिकट के प्रबल दावेदार हैं।

– हिसार के सांसद बृजेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं। बीरेंद्र सिंह के साथ-साथ सांसद बृजेंद्र सिंह अपनी मां प्रेमलता के लिए टिकट की पैरवी कर रहे हैं। प्रेमलता इस बार की विधानसभा में भी उचाना से विधायक हैं।

-रोहतक के सांसद डा. अरविंद शर्मा अपनी पत्नी को राजनीति में आगे कर रहे हैं। अरविंद शर्मा ने आज तक जितने भी चुनाव लड़े, उनकी पत्नी ने आगे बढ़कर काम किए।  पत्नी के साथ ही अरविन्द शर्मा अपनी बहन नीना शर्मा के लिए टिकट के लिए पैरवी कर रहे है। नीना शर्मा का नाम चरखी दादरी विधानसभा से चल रहा है।

 

इन 2 सांसदों को नहीं है परिवार का मोह 

करनाल के सांसद संजय भाटिया और सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल दोनों ऐसे सदस्य हैं, जिनकी अपने परिवार के किसी सदस्य की टिकट में कोई रुचि नहीं है। दोनों ही सांसद परिवार के किसी सदस्य के लिए विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मांग रहे है।  संजय भाटिया की गिनती टिकट देने वालों में होती है। तो वहीं सुनीता दुग्गल हरियाणा के 10 सांसदों में एकमात्र महिला सांसद है। जिनकी अपनी एक सूबे में दमदार नेत्री की छवि है।

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