फोकस भारत। हरियाणा विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। हरियाणा राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से एक सीट है हिसार । हिसार विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट के लिए मजबूत प्रबल दावेदार में जो नाम सबसे ऊपर चल रहा है वो है दमदार नेत्री विजेता मलिक। दरअसल हिसार की बेटी विजेता मलिक का कहना है कि- ‘मेरी जन्म भूमि और कर्म भूमि दोनों हिसार है”
कौन है विजेता मलिक
हिसार में 12 अगस्त 1971 को जन्मी विजेता मलिका के पिताजी वेद पाल सिंह डिप्टी डायरेक्टर ऐग्रिकल्चर हरियाणा के पद से रिटायर है। विजेता मलिक की शिक्षा हिसार जाट कालेज से हुई । उन्होंने आर्ट्स में ग्रेजुएशन किया। कॉलेज के दिनों से ही विजेता समाज सेवा के कामों में जुड़ गई थी। उन्होंने हिसार जिले के कई गांवों में आमुलचूल परिवर्तन के कार्य किए। विजेता के पति तेजेन्द्र मलिक का कैमिकल का कारोबार है। इसके साथ ही व्यापारिक वैल्फेयर एसोसियेशन व राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से भी जुड़े हुए है तेजेन्द्र । विजेता का एक बेटा है ध्रुव मलिक। विजेता मलिका वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी हरियाणा प्रदेश की कार्यकारिणी सदस्य है।
हिसार विधानसभा का सियासी गणित
हिसार विधानसभा से महिलाओं ने अब तक परचम लहराया है । हिसार की राजनीति में नेत्रियों ने अपने आप को स्थापित किया है। हिसरा की पहली महिला विधायक थी स्नेहलता। कांग्रेस की सावित्री जिंदल 2 बार यहां से विधायक रही है। ऐसे में इस विधानसभा सीट से भाजपा की मजबूत नेत्री विजेता मलिक का नाम टिकट के दावेदारों में सबसे आगे चल रहा है। मौजूदा बीजेपी विधायक का इलाके में विरोध के सुर सुनाई दे रहे है। मसलन राजनीतिक पंडित मानते है कि भाजपा महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा टिकट देने के नियम पर चलती है तो हिसार से विजेता मलिक कांग्रेस की सावित्री जिंदल को आगामी विधानसभा चुनाव में कड़ी टक्कर दे सकती है। क्योंकि हिसार से सावित्री जिंदल को टिकट मिलना तय माना जा रहा है।