फोकस भारत। (Lakhimpur Kheri Violence) एक तस्वीर जिसने संवेदना की अविस्मरणीय छाप छोड़ी है। राजनीतिक विश्लेषक कहते है कि लोग इसे राजनीति कहे लेकिन अगर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने गमगीन और अति दुखी लोगो को गले लगाकर संवेदना व्यक्त की है ये तस्वीर जनप्रतिनिधियों के लिए सीख है। दरअसल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) में मारे गए लोगों के परिवार से मुलाकात कर रहे हैं। लखीमपुर खीरी में किसानों के परिवार से मिलने के बाद राहुल और प्रियंका मारे गए पत्रकार से परिवार से मिले। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में प्रियंका गांधी ने कहा कि वह बीजेपी के मारे गए कार्यकर्ताओं के परिजनों से भी मिलना चाहती थीं लेकिन पता चला कि वह नहीं मिलना चाहते। मेरी उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं हैं। प्रियंका ने कहा, “मैं बीजेपी के जो कार्यकर्ता मरे हैं, उनके परिवार से भी मिलना चाहती थी। मैंने आईजी से पूछा भी। लेकिन आईजी ने कहा कि वह नहीं मिलना चाहते। मैं उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करती हूं”।
lakhimpur kheri priyanka gandhi said i also wanted to meet family of bjp workers ig said they do not want my condolences uttar pradesh