उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के इस्तीफे की इनसाइड स्टोरी, उत्तर प्रदेश की राजनीति में BJP का होगा मास्टर स्ट्रोक!

फोकस भारत। Uttarakhand Governor Baby Rani maurya Resign News: उत्तर प्रदेश की राजनीति में नए समीकरण बनने जा रहे है।  दो दिन पहले नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद से ही बेबी रानी मौर्य के इस्तीफा देने की चर्चाएं तेज होने लगी थीं। उन्हें उत्तर प्रदेश बीजेपी में बड़ी जिम्मेदारी देने की चर्चाएं हैं। उत्तराखंड ( Utrakhand) की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बेबी रानी मौर्य( Baby Rani maurya )ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) को भेज दिया है>  राज्यपाल के सचिव बीके संत ने इसकी पुष्टि की है। बेनी रानी मौर्य उत्तराखंड की राज्यपाल के तौर पर बीते 26 अगस्त को अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी हैं।

 

baby rani mourya with amit shah
दो दिन पहले गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की फोटो

उत्तर प्रदेश की राजनीति में BJP का होगा मास्टर स्ट्रोक!
दरअसल दो दिन पहले बेबी रानी मौर्य ने नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की थी।  विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश की राजनीति में बेबी रानी मौर्य की सक्रियता भाजपा का मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकती है। सूत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी के अंदरुनी सर्वे में भाजपा की स्थिति प्रदेश में ठीक नहीं है ऐसे में प्रदेश में एक सशक्त महिला और दमदार चेहरा होने के साथ ही दलित महिला चेहरा है बेबी रानी मौर्य । राजनीतिक विश्लेषक कहते है कि बीजेपी का ये मास्ट स्ट्रोक होगा आगामी विधानसभा चुनाव में बेबी रानी मौर्य को मुख्यमंत्री चेहरे के रुप मे प्रोजेक्ट किया जा सकता है। जिससे पार्टी को चुनाव में दलित वोट बैंक के साथ फायदा हो सकता है।

 

सार्वजनिक-राजनीतिक जीवन

  • जन्म तिथि: 15 अगस्त 1956।
  • शैक्षणिक योग्यता: एमए, बीएड।
  • पति का नाम: प्रदीप कुमार (पूर्व डायरेक्टर एवं सीनियर मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक)
  • 1995 से 2000 तक आगरा की महापौर।

– वर्ष 1997 में वर्तमान राष्ट्रपति और तत्कालीन अध्यक्ष राष्ट्रीय अनुसूचित मोर्चा राम नाथ कोविंद के साथ बतौर कोषाध्यक्ष कार्य।
– वर्ष 2001 में प्रदेश, सामाजिक कल्याण बोर्ड की सदस्य।
– वर्ष 2002 में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य।

  • 18 वर्षों से नव चेतना जागृति संस्था के माध्यम से दलित व पिछड़ी महिलाओं को जागरूकता करने व न्याय दिलाने का कार्य।

सम्मान-
– वर्ष 1996 में सामाजिक कार्यों के लिए समाज रत्न।
– 1997 में उत्तर प्रदेश रत्न।
– 1998 नारी रत्न।