फोकस भारत।
सपा बनाएगी ‘बाबा साहेब वाहिनी’
यूपी में दलित वोटों की राजनीति
अखिलेश क्या दलितों के दिल में जगह बना पाएंगे?
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में महज 1 साल से भी कम समय बचा हुआ है। दरअसल जातीय और धर्म के इर्द-गिर्द सिमटी राजनीति की धुरी बन चुके उत्तर प्रदेश में सियासी बिसात बिछाई जाने लगी है। सूबे की सत्ता में दोबारा से वापसी को बेताब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की नजर बसपा प्रमुख मायावती के वोटबैंक पर है। मसलन अखिलेश को दलितों के मसीहा बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर याद आने लगे हैं। जी हां पहले अंबेडकर जयंती पर ‘दलित दिवाली’ मनाने की अपील और अब ‘बाबा साहेब वाहिनी’ बनाने का अखिलेश यादव का ऐलान। ऐसे में सवाल ये है कि अखिलेश यादव और उनकी पार्टी अंबेडकर प्रेम से दलितों के दिल में जगह बना पाएगी? सपा का यह राजनीतिक प्रयोग क्या 2022 में सत्ता में वापसी करा पाएगा ?