फोकस भारत। पंचायती राज चुनाव के तहत जिला प्रमुख और प्रधान पद के अब चुनाव परिणाम सामने आ गए है। दरअसल पश्चिमी राजस्थान में भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर पर स्थित जैसलमेर जिले में कांग्रेस का किला ताश के पत्तों की तरह बिखर गया है। यहां जिला प्रमुख पद पर बीजेपी ने कब्जा जमाया है।
जैसलमेर जिले में पंचायती राज का चुनाव राज्य भर में चर्चा का विषय रहा जहां सत्ताधारी कांग्रेस में आपसी फूट के चलते इस बार जिला प्रमुख पद पर 20 वर्षों से काबिज कांग्रेस के गढ़ को ध्वस्त करने में भाजपा पूर्णतः सफल हुई है और भाजपा का परचम लहराया है। जैसलमेर जिले में जिला परिषद की कुल 17 सीटों पर चुनाव हुए जिसमें 09 पर कांग्रेस वही 08 पर भाजपा को सफलता मिली थी।वही कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद भी जैसलमेर विधायक व मंत्री की आपसी फूट के चलते कांग्रेस 04 व 05 सदस्यों में बटी नजर आई और इन्ही की आपसी फूट के चलते इस बार भाजपा ने बाजी मार दी है। भाजपा के पास जहाँ 08 सदस्य थे वही भाजपा 12 सदस्यों का बहुमत ले के अपना प्रमुख बनाने में सफल हुई है।
आपसी फूट ने भाजपा की नईया लगाई पार
दोनों गुटों में प्रतिष्ठा को लेकर जहाँ उठा-पटक का दौर चल रहा था वही कांग्रेस की तरफ से जिला प्रमुख की उम्मीदवार रूकिया खातून को सिम्बल दिया गया था वही भाजपा से प्रतापसिंह जिला प्रमुख के दावेदार थे।ऐसे में प्रतापसिंह ने 12 मत प्राप्त कर जिला प्रमुख की सीट हासिल कर ली है। पंचायती राज में भाजपा की कमान इस बार महंत प्रतापपुरी के हाथ थी और जिला प्रमुख के साथ ही इस बार सम,फतेहगढ़ और सांकड़ा में भी भाजपा के प्रधान बने है।इस प्रकार ये कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि प्रताप के प्रताप से ही प्रताप “महाराणा प्रताप” बन गए है।
कांग्रेस के गढ़ में सेंधमारी,भाजपा पड़ी भारी
जैसलमेर विधायक के पास 07 में से जहाँ 04 समितियां जैसलमेर,फतेहगढ़,सम और मोहनगढ़ थी जिसमें से फतेहगढ़ व सम पर जहाँ भाजपा का कब्जा हुआ है वही जैसलमेर व मोहनगढ़ में कांग्रेस को सफलता मिली है।वही कैबिनेट मंत्री व पोकरण विधायक के पास 07 में से 03 समितियां भणियाणा,सांकड़ा व नाचना थी जिसमें सांकड़ा में भाजपा को सफलता मिली है तो भणियाणा व नाचना समिति कांग्रेस के खाते में आई है।इस प्रकार विधायक व मंत्री की आपसी फूट के चलते इस बार जिला परिषद के साथ ही पँचायत समितियों के चुनाव में भी भाजपा को दोनों हाथों में लड्डू मिले है। और वो कमल खिलाने में सफल हुई है।
हमीं हम हैं तो क्या हम हैं, तुम्हीं तुम हो तो क्या तुम हो
वैसे राजनीति में कब क्या हो जाए कोई नहीं कह सकता ऐसे में जैसलमेर के रेतीले धोरों के नाम से जानी जाने वाली पंचायत समिति सम की सीट हॉट सीट मानी जा रही थी और जिसके नतीजों का सब को बेसब्री से इन्तजार भी था।जिसका कारण था कि जैसलमेर विधायक द्वारा प्रधान दावेदार के तौर पर कांग्रेस के सिम्बल से जानब खां को उतारना और उनका मुकाबला और कोई नहीं बल्कि कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले गाजी फ़क़ीर के पुत्र व केबिनेट मंत्री के छोटे भाई अमरद्दीन फकीर से होना था और इस राजनीतिक जंग में जानब खान जीत भी गए लेकिन प्रधान नहीं बन पाए। 17 सीटों में से 07 पर कांग्रेस 07 पर ही भाजपा और 03 पर निर्दलियों ने बाजी मार दी जिसके चलते दोनों ही दलों के पास स्पष्ट बहुमत नहीं था और निर्दलियों के पास ही प्रधान पद के ताले की चॉबी थी और बताया जा रहा है कि निर्दलियों ने भाजपा पर ही आशीर्वाद दे दिया जिसके चलते कांग्रेस का गढ़ कहलाने वाले क्षेत्र में भी प्रधान की सीट भाजपा के खाते में आ गई। इस प्रकार *हमीं हम हैं तो क्या हम हैं, तुम्हीं तुम हो तो क्या तुम हो* की कहावत सार्थक होती नजर आई।
जिला परिषद जैसलमेर का परिणाम
जिला परिषद के सभी 17 वार्डों के जिला परिषद सदस्यों ने मतदान किया। इसमें भारतीय जनता पार्टी के प्रतापसिंह 7 मतों से विजयी घोषित किए गए। प्रतापसिंह को 12 तथा इण्डियन नेशनल कांग्रेस की प्रत्याशी रूकिया खातून को 5 वोट मिले।
*जिले की सातों पंचायत समितियां का परिणाम*
मोहनगढ़
पंचायत समिति में प्रधान के चुनाव में इण्डियन नेशनल कांग्रेस की कृष्णा चौधरी 8 मतों से विजयी रही। कुल 15 मतों में से कृष्णा को 11 वोट मिले, जबकि भाजपा की लहरों को 3 वोट मिले। एक वोट नोटा के नाम रहा।
फतेहगढ़
पंचायत समिति में प्रधान के चुनाव में भाजपा के जनकसिंह 7 मतों से विजयी रहे। कुल 15 मतों में से भाजपा के जनकसिंह को 11 वोट मिले जबकि इण्डियन नेशनल कांग्रेस की पवन कंवर को 4 वोट प्राप्त हुए।
नाचना
पंचायत समिति में प्रधान के चुनाव में इण्डियन नेशनल कांग्रेस के अर्जुनराम एक मत से विजयी रहे। कुल 15 मतों में से अर्जुनराम को 8 वोट मिले, जबकि भाजपा उम्मीदवार ईमियों को 7 मत प्राप्त हुए।
भणियाणा
पंचायत समिति में प्रधान के चुनाव में इण्डियन नेशनल कांग्रेस की डोली देवी 1 वोट से विजयी रही। कुल 17 मतों में से इण्डियन नेशनल कांग्रेस की डोली देवी को 9 वोट प्राप्त हुए जबकि भाजपा की लीला देवी को 8 वोट प्राप्त हुए।
सम
पंचायत समिति में प्रधान के चुनाव में भाजपा के तनेसिंह 3 मतों से विजयी रहे। कुल 17 मतों में से भाजपा के तनेसिंह को 10 वोट मिले जबकि इण्डियन नेशनल कांगे्रस के जानब को 7 वोट मिले।
जैसलमेर
पंचायत समिति में प्रधान के चुनाव में इण्डियन नेशनल कांग्रेस की रसाल कंवर 1 वोट से विजयी रही। कुल 15 मतों में से रसाल कंवर को 8 तथा भाजपा की श्रवण कंवर को 7 वोट मिले।
सांकड़ा
पंचायत समिति में प्रधान के चुनाव में भाजपा के भगवतसिंह 3 मतों से निर्वाचित हुए। कुल 17 मतों में से भाजपा के भगवत सिंह को 10 तथा इण्डियन नेशनल कांग्रेस की उदयकंवर को 7 वोट मिले।
रिपोर्ट- जगदीश गोस्वामी (जैसलमेर)