गुलाम नबी को ‘आजाद’ करना कांग्रेस को ना पड़ जाए भारी

डेस्क। शुक्रवार को देर रात कांग्रेस में बड़ा फेरबदल देखने को मिला। हाल ही में पार्टी में हुए ‘लेटर बम’ के साथ इस फेरबदल को जोड़कर देखा जा रहा है। क्योंकि इसमें एक नाम जो गांधी परिवार का सबसे खास था, उसकी छुट्टी कर दी गई। ये नाम कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी में कई बार संकटमोचक की भूमिका निभाने वाले गुलाब नबी आजाद का है। गुलाम नबी की महासचिव पद से छुट्टी हो गई। गुलाम नबी के साथ मल्लिकार्जुन खड़गे को भी हटा दिया गया है।

आपको बता दें कांग्रेस ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिवों और प्रभारियों की नई लिस्ट जारी की है। इस नई लिस्ट में महासचिव के पद से वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद और मल्लिकार्जुन खड़गे की छुट्टी कर दी गई है। पार्टी ने 5 महासचिव गुलाम नबी आजाद के अलावा मोतीलाल वोरा, श्रीमती अंबिका सोनी, मलिकार्जुन खड़गे तथा एल फ्लोरियो की छुट्टी कर दी है।

सोनिया गांधी ने बतौर अंतरिम अध्यक्ष पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए राहुल की पसंदीदा टीम को मौका दिया है और महासचिव पद से बुजुर्ग नेताओं की छुट्‌टी कर दी है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी का नए सिरे से गठन किया गया है। अब सबसे बड़ा सवाल है कि क्या गुलाम नबी आजाद और खड़गे को हटाना कितना उचित है । क्योंकि इन दोनों ने कई बार कांग्रेस पार्टी को संकट से निकाला था।