राजस्थान यूनिवर्सिटी की पहल, कोरोना संक्रमित छात्रों का मेडिकल बीमा

  • रेगुलर छात्रों को मिलेगा कोविड-19 बीमा स्कीम का लाभ
  • यूनिवर्सिटी उठाएगी संक्रमित छात्रों के इलाज का खर्च

फोकस भारत। राजस्थान में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 40 हजार के पार हो गया है और प्रदेश में रोजाना करीब एक हजार मरीज मिल रहे हैं। प्रदेश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा भी 700 के आस-पास पहुंच गया है। ऐसे में राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से एक बेहतर पहल की गई है। दावा है कि यह पहल पूरे देश में राजस्थान विश्वविद्यालय ने की है।

यूनिवर्सिटी की ओर से छात्रों का मेडिकल बीमा

राजस्थान विश्वविद्यालय देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय बनने जा रहा है जहां रेगुलर पढ़ने वाले छात्रों को कोविड-19 से प्रभावित होने पर उसके इलाज का खर्च विश्वविद्यालय प्रशासन मेडिकल इंश्योरेंस के तहत उठाएगा। राजस्थान विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी भूपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि

 

राजस्थान विश्वविद्यालय के महाराजा, महारानी, कॉमर्स, राजस्थान  एवं लॉ कॉलेज सहित सभी पीजी विभागों में पढने वाले लगभग 38 हज़ार छात्रों को मेडिकल इंश्योरेंस स्कीम में शामिल किया गया है। शेखावत ने बताया कि यूनिवर्सिटी में रेगुलर पढ़ने वाले किसी भी छात्र को यदि कोरोना का संक्रमण होता है तो उस पीड़ित छात्र को राजस्थान विश्विधालय इसी सत्र से छात्र बीमा सहायता योजना के तहत चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा।  इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से 4 अगस्त को बीमा कंपनियों से मांगे गए प्रस्तावों पर विचार कर फैसला लिया जाएगा।

छात्र बीमा स्कीम का अब तक क्या फायदा ?

राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र बीमा की योजना के तहत अब तक लगभग 98 लाख रु. विभिन्न दुर्घटनाओं में मृत छात्रों के परिजनों और घायल छात्रों के उपचार के लिए दिए जा चुके हैं।  किसी छात्र की दुर्घटना में मृत्यु होने पर उसके परिजनों को 6 लाख रु. और घायल छात्र को उसके उपचार के लिए 45 हज़ार रु. की सहायता भी इस योजना के तहत प्रदान की जा रही है।

रिपोर्ट- आशीष मिश्रा