Rajasthan Assembly by-elections: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए वल्लभनगर और धरियावद सीटों पर भाजपा-कांग्रेस दोनों ने ही उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। वल्लभनगर से भाजपा(BJP) ने हिम्मत सिंह झाला((Himmat Singh Jhala)) और धरियावद से खेत सिंह मीणा( (Khet Singh Meena) ) को टिकट दिया है। भाजपा ने धरियावद में दिवंगत विधायक गौतम लाल मीणा के परिवार से किसी को टिकट नहीं दिया है। गौतम मीणा के परिवार से कन्हैयालाल मीणा प्रबल दावेदार थे। दिवंगत विधायक के परिवार से किसी को टिकट देने की जगह नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के समर्थक खेत सिंह मीणा को टिकट दिया है।दरअसल वल्लभनगर में गुलाबचंद कटारिया के समर्थक को टिकट नहीं दिया है। यहां से हिम्मत सिंह झाला को टिकट देकर भाजपा ने नया दांव चला है। यहां भारी विवाद के बाद टिकट तय हुआ है। पहले यहां से पूर्व विधायक रणधीर सिंह भीण्डर की पत्नी को टिकट देने की चर्चा थी, लेकिन कटारिया के विरोध के कारण उन्हें टिकट नहीं दिया। अब भीण्डर की पत्नी भी निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं, इस वजह से वल्लभ नगर में त्रिकोणीय मुकाबला तय है।
वल्लभनगर से कांग्रेस (Congress)ने प्रीति शक्तावत( Preeti Shaktawat) और धरियावद से नगराज मीणा (Nagraj Meena)को उम्मीदवार बनाया है। प्रीत शक्तावत दिवंगत कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी है। कांग्रेस ने सहानुभूति फैक्टर का फायदा लेने की रणनीति पर चलते हुए प्रीति को वल्लभनगर से उम्मीदवार बनाया है। वल्लभनगर सीट कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के जनवरी में कोरोना से निधन के कारण खाली हुई थी। गजेंद्र सिंह शक्तावत सचिन पायलट खेमे के विधायक थे। अब एक बार फिर शक्तावत परिवार से टिकट देकर कांग्रेस ने सियासी समीकरण साधने और सहानुभूति लहर का फायदा उठाने का प्रयास किया है।
दरअसल विधानसभा उपचुनावों के लिये नामांकन दाखिल करने की कल अंतिम तारीख है। मतदान 30 अक्टूबर को होगा. मतगणना 2 नवंबर को होगी। कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिये ये उपचुनाव प्रतिष्ठा के सवाल बने हुये हैं।