मंत्री राजेंद्र गुढ़ा बोले- धारीवाल का एलाइनमेंट गड़बड़ है, हम कांग्रेस कल्चर के लोग नहीं, बयान के सियासी मायने?

Rajasthan Politics – राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में पहली बार जनसुनवाई करने आए मंत्री राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) जनसुनवाई में कम संख्या में आए लोगों को देख न केवल कांग्रेस की जनसुनवाई पर सवाल खड़े कर गए, बल्कि कांग्रेस कल्चर पर भी उन्होंने सवाल खड़े कर दिए,  सैनिक कल्याण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि हम लोग जिन्होंने कांग्रेस की सरकार बचाई, हमें कांग्रेस के कल्चर का पता नहीं,  हम तो हमारे हिसाब से ही काम करते हैं, गुढ़ा ने कहा कि हम चाहे अपने जिलों में जाएं या आवास पर जनसुनवाई करें, लेकिन उस जनसुनवाई में हजारों की तादाद में लोग आते हैं, लेकिन आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जो जनसुनवाई हो रही है, उसमें संख्या को लेकर (Minister Gudha on Congress Culture) मुझे हल्का लग रहा है, क्योंकि हम अकेले ही जब जनसुनवाई करते हैं तो 500-1000 लोगों की जनसुनवाई करते हैं, जबकि प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर आई लोगों की संख्या काफी कम है

राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि जनसुनवाई से लोगों को फायदा तो हो सकता है, लेकिन इसमें हम मंत्रियों को चाहिए कि आईएएस व आईपीएस हो या नौकरशाही का कोई भी अधिकारी, उसे टाइम बाउंड तरीके से काम करने के लिए कहना होगा, लोगों के काम करने के लिए रिक्वेस्ट करने से काम नहीं चलेगा, गुढ़ा ने कहा कि ब्यूरोक्रेसी की लगाम जैसे मैं खींच कर रखता हूं, वैसे ही सबको खींच कर रखनी चाहिए, तभी जनता के काम होंगे, राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने अब कांग्रेस और सरकार के कामकाज के तरीके पर सवाल उठाते हुए तंज कसा है। गुढ़ा ने कहा- हम लोग कांग्रेस कल्चर के लोग नहीं हैं। हमने कांग्रेस की सरकार बनाई भी है। इसको बचाया भी है, लेकिन हम कांग्रेस कल्चर में सेट नहीं हो पाए हैं। कांग्रेस का कल्चर पता नहीं क्या है, लेकिन हम हमारे हिसाब से आते हैं। मुख्यमंत्री जानते हैं हम किस मूड के आदमी हैं, बाकी का पता नहीं वह कैसे जाते हैं। गुढ़ा ने कहा- कांग्रेस का ​कल्चर समझ नहीं आता। हम हाथों-हाथ लोगों के काम करते हैं। गुढ़ा ने कहा- हमारे काम हो रहे हैं, थोड़े बहुत अटक रहे हैं, उसके लिए थोड़ा सा एलाइनमेंट गड़बड़ है, वह ठीक कर देंगे। दिल्ली तो नहीं जाएंगे, लेकिन कहीं थोड़ा बहुत जो एलाइनमेंट गड़बड़ है उसको ठीक करेंगे। एलाइनमेंट थोड़ा सा शांति धारीवाल का गड़बड़ है। उसको ठीक करेंगे। धारीवाल के अलावा कोई मंत्री ऐसा नहीं है, जिसका एलाइनमेंट गड़बड़ हुआ है।