एकजुटता का संदेश : गहलोत और पायलट एक साथ चुनावी सभाओं में जाने के पीछे की रणनीति?

फोकस भारत( Ashok Gehlot Vs Sachin Pilot) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) आज करीब 6 माह बाद पहली बार जयपुर से बाहर दौरे पर वल्लभनगर और धरियावाद जा रहे हैं।  राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच चल रही सियासी खींचतान के बीच आज दोनों ने एक साथ मेवाड़ के लिये उड़ान भरी। गहलोत और पायलट के साथ पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी अजय माकन भी हैं। चारों नेता वल्लभनगर और धरियावाद में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिये वहां पार्टी प्रत्याशियों की नामांकन रैली में शामिल होंगे।

राजनीतिक विश्लेषक कहते है कि  राजस्थान में कांग्रेस ने वल्लभनगर से सचिन पायलट के समर्थक रहे दिवंगत विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत को ही टिकट देकर सहानुभूति फैक्टर को भुनाने की कोशिश की है। ऐसे में पायलट अपने समर्थक दिवंगत विधायक के परिवार के साथ खड़े होकर चुनावी सभा करके जनता में संदेश देंगे। वल्लभनगर में कांग्रेस को बगावत का भी खतरा है क्योंकि प्रीति शक्तावत के खिलाफ उनके जेठ देवेन्द्र शक्तावत खुलकर सामने आ गए हैं और बागी चुनाव लड़ने पर अड़े हुुए हैं। वहीं बीजेपी ने हिम्मत सिंह झाला को टिकट दिया है। इससे राजपूत वोट बंट सकते हैं। इससे कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लग सकती है और पार्टी को नुकसान हो सकता है। इसलिए भी चारों नेता एक साथ कांग्रेस वोटर को एक ही जगह प्रीति शक्तावत के समर्थन में वोट डालने की अपील करेंगे।वहीं दूसरी ओर धरियावद में कांग्रेस ने पूर्व विधायक नगराज मीणा को टिकट दिया है। जबकि बीजेपी ने खेत सिंह मीणा को टिकट दिया है। लेकिन बीजेपी के दिवंगत विधायक गौतमलाल मीणा के पुत्र कन्हैयालाल मीणा का टिकट काटा गया है। कांग्रेस इस मुद्दे को जनता के बीच भुना सकती है। वहीं नगराज मीणा दो बार के पूर्व विधायक रहे हैं और तीन बार विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में उनके चुनाव लड़ने के अनुभव का भी फायदा उठा सकती है। नगराज मीणा के समर्थन में जब कांग्रेस के चार बड़े नेता खड़े होंगे। तो एक मैसेज वहां भी जनता में जाएगा।

 

 

 

 

 

 

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