फोकस भारत। (hanumangarh farmer five daughters all five became ras civil services examination rajasthan) राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के छोटे से गांव भैरूंसरी में किसान परिवार में पैदा हुई पांचों बेटियों ने अपनी कड़ी मेहनत और जुनून से सफलता की नई इबारत गढ़ी है। पांचों सिर्फ पांचवीं कक्षा तक विधिवत स्कूल में शिक्षा ले पाईं। बाद में प्राइवेट शिक्षा हासिल करके ही पांचों ने प्रतिष्ठित आरएएस (RAS) की परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया। इनमें दो बेटियों ने पहले और तीन बेटियों ने बीते दिनों आरएएस 2018 के नतीजों में बाजी मारी ।
पिता सहदेव सहारण कहते है कि मेरा सपना था कि पांचों बेटियां प्रशासनिक अधिकारी बनें, इस परिवार में 2010 में सबसे पहले रोमा सहारण आरएएस बनी, जो वर्तमान में झूंझूनू जिले में बीडीओ के पद पर कार्यरत है। वहीं सबसे बड़ी बहन मंजू 2012 में आरएएस परीक्षा पास कर वर्तमान में सहकारिता विभाग में कार्यरत है और अब आए आरएस 2018 के नतीजों में बाकी तीनों बहनों रीतू ने 96वीं रैंक, अंशू ने 31वीं रैंक और सुमन ने 98वीं रैंक हासिल कर आरएएस बनकर इतिहास रच दिया।
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