अमेरिका में 24 घंटे में 3000 लोगों की मौत, फाइजर वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी

फोकस भारत। कोरोना काल में इस महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच ब्रिटेन के बाद अमेरिका में भी अमेरिकी कंपनी फाइजर और जर्मन फार्मा कंपनी बायोएनटेक द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की इजाजत मिल गई है। अमेरिका में फाइजर के वैक्सीन की इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत तब मिली है, जब यहां पिछले 24 घंटे में 3000 लोगों की कोरोना से मौत हुई है, ये आंकड़ा दुनिया भर में सबसे ज्यादा है।  अमेरिका में कोरोना का कहर दुनियाभर में सबसे ज्यादा देखने को मिला है, अमेरिकी सरकार ने वैक्सीन बनाने वाली एक अन्य कंपनी मॉर्डना से कोरोना के 100 मिलियन कोरोना वैक्सीन खरीदने का फैसला किया है। शुक्रवार को अमेरिकी सरकार की एक सलाहकार समिति ने फाइजर के वैक्सीन की इमरजेंसी इस्तेमाल इजाजत की अनुमति दे दी। हालांकि फाइजर के वैक्सीन को अभी मिली इजाजत अंतरिम है. कंपनी को अमेरिका में वैक्सीन को नियमित रूप से बेचने के लिए एक बार और आवेदन करनी होगी। दरअसल  फाइजर के इस वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए पहले ही ब्रिटेन, कनाडा, बहरीन और सऊदी अरब में इजाजत मिल चुकी है। भारत में भी वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मांगी गई है।