- उत्तराखंड के भाजपा विधायक महेश नेगी पर आरोप
- कोर्ट ने दिया केस दर्ज करने का आदेश
फोकस भारत। सत्ता के नशे में कभी कभी नेताजी अपराध की चौखट लांघ जाते हैं। एक बार फिर एक विधायक पर रेप का मामला दर्ज किया गया है। मामला देवभूमि उत्तराखंड का है। उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक के खिलाफ रेप के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। हाईकोर्ट ने बीजेपी विधायक महेश नेगी के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी किया है। विधायक की पत्नी को भी रेप केस में आरोपी बनाया गया है।
क्या था मामला
एक महिला ने विधायक महेश नेगी पर रेप का आरोप लगाया गया था। पीड़िता ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि महेश नेगी ने 2 साल तक उसका यौन शोषण किया, दावा किया कि उसकी बेटी के पिता महेश नेगी हैं और पीड़िता ने इसके लिए DNA टेस्ट करवाने की खुली चुनौती भी दी। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट सीट से भाजपा विधायक महेश नेगी पर ये संगीन आरोप महिला ने कुछ दिनों पहले लगाए थे। इसके बाद विधायक की पत्नी ने महिला पर आऱोप लगाया कि वो विधायक और उन्हें ब्लैकमेल कर रही है और मामला रफा-दफा करने के लिए 5 करोड की मांग कर रही है। रूपए नहीं देने पर परिवार को बदनाम करने की धमकी देने का आरोप भी लगाया गया। इस मामले के बाद आपको यकीनन एनडी तिवारी याद आ गए होंगे। एक महिला ने कुछ ऐसा ही दावा किया था कि उसका बेटा एनडी तिवारी का बेटा है। बाद में वयोवृद्ध नेता ने इसे स्वीकार किया और बेटे को अपनाना भी पड़ा।
अब होगी जांच
अदालत की ओर से आदेश मिलने के बाद उत्तराखंड के डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस अदालत के आदेश का पालन करेगी। इससे पहले नैनीताल हाईकोर्ट ने बीजेपी विधायक महेश नेगी की गिफ्तारी पर रोक लगा दी थी। अब एडिशन चफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट, देहरादून ने नेहरू कॉलोनी पुलिस थाना को इस मामले में केस दर्ज करने और जांच शुरू करने के लिए कहा है।
और कितने विधायक ?
देशभक्ति और जनसेवा का दावा करने वाले विधायक महोदय रेप जैसी घृणित कार्य के लिए भी समय निकाल लेते हैं, आरोपी विधायकों की लिस्ट लंबी है। ऐसे मामले जब उजागर होते हैं तभी इस फेहरिस्त की धूल झाड़ी-फटकारी जाती है।
उन्नाव रेप केस : कुलदीप सिंह सेंगर (विधायक भाजपा)
2019 में यूपी के उन्नाव में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर नाबालिग से रेप का आरोप लगा। वे दोषी करार दिए गए। 2017 के इस अपहरण और बलात्कार के मामले में विधायक सेंगर को कोर्ट ने सजा सुनाई और चार्जशीट दाखिल करने में देरी को लेकर सीबीआई को भी फटकार लगाई। आरोप लगने के बाद भाजपा ने विधायक को पार्टी से निकाल दिया था।
भदोही रेप आरोप : रविंद्र नाथ त्रिपाठी (विधायक भाजपा)
बात इसी साल फरवरी की है। यूपी के भदोही से विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी पर रेप का मामला दर्ज किया गया। विधायक के भतीजों और बेटों पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई। महिला की शिकायत पर भदोही कोतवाली में 376 डी, 313, 504, 506 आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। विधायक समेत 7 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया, इस संबंध में एक विधवा महिला ने एसपी को लिखित शिकायत दी थी।
अरुणाचल रेप आरोप : गोरुक पोरडंग (विधायक भाजपा)
अक्टूबर 2019 में अरुणाचल प्रदेश के बामेंग से भाजपा विधायक गोरुक पोरडंग पर भी रेप का आरोप लगा। यह आरोप एक 30 वर्षीय महिला डाक्टर ने लगया था। बामेंग विधानसभा क्षेत्र ईस्ट कामेंग जिले में है। महिला डॉक्टर ने विधायक पर विधायक पर रेप का आरोप लगाया था जिसके बाद ईटानगर पुलिस ने मामला दर्ज किया। महिला की शिकायत के मुताबिक 12 और 13 अक्टूबर की रात एक होटल में विधायक ने महिला के साथ रेप किया। हालांकि विधायक की ओर से कहा गया था कि महिला ने सहमति से संबंध बनाए थे।
गोवा रेप केस : अतानासियो मॉन्सरेट (विधायक भाजपा)
सितम्बर 2019 में गोवा की एक अदालत ने भाजपा विधायक अतानासियो मॉन्सरेट पर 16 साल की नाबालिग लड़की से रेप के मामले में आरोप तय किये। 2018 में उत्तरी गोवा जिला अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था। पीड़िता ने 2016 में पुलिस को दर्ज कराए अपने बयान में मॉन्सरेट पर नशीला पदार्थ खिलाकर रेप करने का आरोप लगाया था। तब वह 16 साल की थी। लड़की ने यह आरोप भी लगाया कि उसकी मां ने उसे मॉन्सरेट को 50 लाख रुपए में बेच दिया था।
नेताओं की फेहरिस्त लंबी है
रेप के आरोप लगने के मामलों की लिस्ट लम्बी है। 2019 में पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर एसएस लॉ कॉलेज शाहजहांपुर में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने फेसबुक वीडियो जारी कर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। वीडियो पोस्ट करने के बाद छात्रा गायब हो गई थी, जो कि बाद में राजस्थान में मिली थी। लड़की को 30 अगस्त को कोर्ट में पेश किया गया, मामला ब्लैकमेलिंग का निकला, लेकिन स्वामी चिन्मयानंद ने आरोपों को कबूला भी था। 2011 में भंवरी हत्याकांड राजनीति और रेप का सबसे संगीन उदाहरण है। कांग्रेस के नेता महिपाल मदेरणा के भंवरी के साथ संबंध थे, जिसकी सीडी बनाकर उसने मदेरणा को ब्लैकमेल करने की कोशिश की। बाद में अपहरण के बाद उसकी हत्या कर दी गई। बिहार के आरा में एक नाबालिग लड़की ने सोशल मीडिया के जरिए आरजेडी विधायक अरुण यादव पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे, जिसके बाद अरुण यादव फरार हो गए। 2017 में अयोध्या विधानसभा सीट से बसपा प्रत्याशी बज्मी सिद्दिकी और उसके साथियों पर एक लड़की ने गैंगरेप के आरोप लगाए थे, मामले में 7 लोगों पर केस दर्ज किया गया, 5 की गिरफ्तारी भी हुई। साल 2015 में यूपी के बदायूं में दहलाने वाला मामला सामने आया, एक दलित लड़की को अगवा कर सामूहिक दरिंदगी की गई। मामले में मुख्य आरोपी सपा के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष टेकचंद पाल के बेटे और उसके साथियों पर गैंगरेप का आरोप लगा। 2016 में उत्तराखंड के बीजेपी नेता हरक सिंह रावत पर दिल्ली पुलिस रेप का मामला दर्ज किया था। असम निवासी महिला ने आरोप लगाया था कि ग्रीनपार्क इलाके में हरक सिंह ने उसके साथ दुष्कर्म किया। 2018 में मध्यप्रदेश के सीहोर में एक महिला ने दो स्थानीय भाजपा नेताओं पर रेप का आरोप लगाया था। पुलिस ने इनमें से एक को गिरफ्तार भी किया था।
बहरहाल, रेप के आरोपों की लिस्ट लम्बी है। महिलाओं के लिए काम करने वाले सामाजिक संगठनों का कहना है कि कई मामलों में तो प्रभाव के चलते कार्रवाई ही नहीं होती। महिला पर दबाव बनाकर उसे चुप कर दिया जाता है, या पैसे के बल पर आवाज दबा दी जाती है। ऐसे मामलों में भंवरी कांड जैसी घटना भी एक दर्दनाक तस्वीर पैदा करती है। ऐसे मामलों में अफसोस जताने के अलावा बहुत कुछ किये जाने की दरकार है।
रिपोर्ट- आशीष मिश्रा