फोकस भारत। पूरे देश में कोरोना वायरल से लड़ने के लिए लॉकडाउन का ऐलान है 14 अप्रैल तक। इस बीच राजस्थान के बूंदी जिले से एक खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। आइए इसकी सच्चाई की पड़ताल करते है।
- आजतक की खबर के मुताबिक – राजस्थान के बूंदी में अंधविश्वास का खेल इस कदर देखा गया कि सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। देशभर में लॉकडाउन और राजस्थान सरकार की ओर से धारा 144 लगाए जाने के बावजूद बड़ी संख्या में लोग एक जगह एकत्र हो गए। हर साल की तरह इस बार भी नवरात्र पर आयोजित कार्यक्रम में लोग शामिल हुए जबकि इस बार लॉकडाउन लगा हुआ था और लोगों के एक जगह पर एकत्र होने पर पाबंदी लगी हुई है। शुक्रवार को अंधविश्वास के खेल को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग 2 अलग-अलग संख्या में जमा हो गए थे। राजस्थान के बूंदी जिले के रामनगर और लाखेरी कस्बे में अंधविश्वास के खेल के मामले में बूंदी के सदर थाना पुलिस ने अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।अंधविश्वास का खेल गली-गली चल रहा था तो लोगों की भीड़ छतों से लेकर जमीन तक अटी हुई थी। लोग अंधविश्वास के कई करतब दिखा रहे थे और छतों से लेकर नीचे मकान क्या जमीन जहां जगह मिली वहां इस नजारे को देखने के लिए लोग इकट्ठे हो रहे थे।बूंदी जिले के रामनगर में झंडा निकालने के दौरान यह दृश्य सामने आया था तो बूंदी के लाखेरी कस्बे में यह नजारा माताजी के मंदिर में देखा गया। जहां पुजारी को भाव आया और वहां पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को वहां से खदेड़ा और अपने-अपने घर जाने को कहा। पुलिस को लोगों को समझाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी और मंदिर के पुजारी को भी समझाना पड़ा जो अंधविश्वास का खेल चला रहा था।
डेकन हेराल्ड की खबर के मुताबिक- बूंदी जिले के रामनगर गांव में हर साल होने वाले वार्षिक जुलूस को कंजर आदिवासी समाज ने आयोजित किया जिसमें 1000 से ज्यादा लोग एकत्रित हुए थे। रामनगर में नवमी और दशमी के दिन अंधविश्वास के खेल के साथ करतब भी देखने को लोगों को हुजूम उमड़ा था।
फोकस भारत की पड़ताल में सामने आया कि कलक्टर और एसपी के बयान में विरोधाभास है।
150 लोग थे मौजूद-
इस मामले पर बूंदी के जिला कलक्टर अंतर सिंह नेहरा फोकस भारत से फोन पर बातचीत की और बताया कि कंजर समाज के लोगो ने रामनगर में रामनवमी पर धार्मिक आयोजन किया था जिसमें 150 लोगो मौजूद थे पुलिस ने जांच करके रिपोर्ट भी सौंप दी है। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया और प्रशासन से मौजूद लोगों की स्क्रीनिंग की है । लाखेरी गांव के सवाल पर जिला कलक्टर ने बोला कि ये झूठी है लाखेरी गांव में कोई आयोजन नही हुआ और ना ही भीड़ जुटी है।
200-400 लोग थे मौजूद-
फोकस भारत ने जब बूंदी एसपी शिवराज मीणा से बात की तो उनका जवाब था कि रामनगर में आयोजित कंजर समाज के रामनवमी के मेले में 200-400 लोग मौजूद थे। प्रशासन को जैसे सूचना मिली हम तुरंत मौके पर पहुंचे और वहां कोई बाहर से व्यक्ति नहीं था बस कंजर समाज के लोग एकत्रित थे जिनकी स्क्रीनिंग कर ली गई है को चिंता की बात नही है। हमने इस मामले में गिरफ्तारी भी की है। लेकिन एसपी साहब ने ये जरुर कहा कि ये मामला पुराना हो गया है 3 अप्रैल की घटना है अब आप क्यों इस पर सवाल पूछ रहे है। जब हमने लाखेरी गांव का जिक्र किया तो उनका कहना था कि वहां कोई ऐसा मामला नहीं है। जब बार बार उनसे सवाल पूछा तो उनका जवाब था कि राजस्थान के कई गांव है जहां अभी तक सूचनाएं नही पहुंची है ऐसे में लोग धर्म के नाम पर एकत्रित होते रहते है इसमें कोई नई बात नही है।