Rajasthan Assembly Election 2023: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में रैली को संबोधित किया और जमकर कांग्रेस और भाजपा का निशाना साधा।
AAP के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल (Arvind k) ने रविवार को राजस्थान के श्रीगंगानगर में विधानसभा (sri ganganagar )चुनाव के मद्देनजर एक विशाल रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान मे कांग्रेस ने 50 साल और भाजपा ने 18 साल राज किया और दोनों ने मिलकर सिर्फ भ्रष्टाचार किया। राजस्थान में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो हम आठ करोड़ राजस्थानियों के साथ मिलकर एक ‘नया राजस्थान’ बनाएंगे। हम राजस्थान में अच्छे स्कूल बनवाकर हर बच्चे को अच्छी शिक्षा देंगे और युवाओं को रोजगार देंगे। मैंने दिल्ली में ये करके दिखाया है और पंजाब में भी कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि पिछले 75 साल में इन पार्टियों ने देश का बेड़ा गर्क कर दिया है। देश की जनता को अब इनसे उम्मीद खत्म हो गई है। 75 साल बाद आम आदमी पार्टी ने देश के लोगों में दोबारा उम्मीद जगाई है। अगर हमें मौका मिला तो हम दिल्ली और पंजाब की तरह राजस्थान का भी दिल जीतेंगे और यहां के लोग बसुंधरा राजे और अशोक गहलोत को भूल जाएंगे।
अरविंद केजरीवाल ने जनसभा में राजस्थान के लोगों को चौथी पास अहंकारी राजा की कहानी भी सुनाई। उन्होंने कहानी सुनाते हुए कहा कि यह एक महान देश की कहानी है, जो कई हजार साल पुराना देश है। उस देश में एक गांव में एक बहुत गरीब परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ। बच्चे को देख ज्योतिषी ने उसकी मां से कहा कि तुम्हारा लड़का बड़ा होकर बहुत बड़ा सम्राट बनेगा। मां को ज्योतिषी की बातों पर यकीन नहीं हुआ। वो सोचने लगी कि मैं तो बहुत गरीब हूं, मेरा बेटा कैसे सम्राट बनेगा? लेकिन ज्योतिषी ने विश्वास दिलाया कि तुम्हारे बेटे का ग्रह बताता है कि वो बड़ा सम्राट बनेगा। वो लड़का धीरे-धीरे बड़ा होने लगा। वो गांव के एक स्कूल में पढ़ने जाता था, लेकिन उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था। उसने चौथी कक्षा के बाद स्कूल छोड़ दिया। गांव के पास ही एक रेलवे स्टेशन था। घर का खर्च चलाने के लिए वो लड़का उस स्टेशन पर चाय बेचता था। लड़के को भाषण देने का बड़ा शौक था। वो गांव के लड़कों को इकट्ठा कर लेता था और भाषण देता था। धीरे-धीरे आसपास के गांव के लड़के भी इकट्ठे होने लगे। वो किसी भी मुद्दे पर भाषण देने लगता था। एक बार बोलने लगता था तो बंद ही नहीं होता था। ज्योतिषी ने जैसा कहा था, लड़का बड़ा हुआ और एक दिन वो उस महान देश का सम्राट बन गया। पूरे देश में उसका नाम चौथी पास राजा हो गया। लोग उसको चौथी पास राजा कहते थे। उसने पढ़ाई की नहीं थी। इसलिए उसको कुछ जानकारी नहीं थी। अफसर आते और अंग्रेजी में कुछ बोलते, जो राजा को समझ में नहीं आता था। अफसर जो मर्जी उससे दस्तखत करा ले जाते थे। राजा को अफसरों से पूछने में भी शर्म आती थी। उसको लगता कि अगर मैं कुछ पूछूंगा तो इनको पता चल जाएगा कि मैं अनपढ़ हूं। इसलिए वो नहीं पूछता था। अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि धीरे-धीरे राजा को बुरा लगने लगा कि लोग मुझे चौथी पास कहते हैं। इसलिए उसने एक फर्जी डिग्री बनवा ली। राजा कहीं से एमए की फर्जी डिग्री बनवा कर लाया और बोला कि मैं एमए किया हूं। धीरे-धीरे राजा अहंकारी भी होता गया। एक दिन कुछ लोग चौथी पास राजा के पास गए और बोले कि एक बहुत ही शानदार आइडिया लेकर आए हैं। राजा ने उनको आइडिया बताने को बोला। लोगों ने कहा कि नोटबंदी कर दो, देश से भ्रष्टाचार और आतंकवाद खत्म हो जाएगा। राजा को कुछ समझ नहीं आया कि लोग क्या कह रहे हैं। उसको लगा कि कोई धासू आइडिया होगा। राजा ने एक दिन रात 8 बजे टीवी चौनलों पर आकर नोटबंदी कर दी और बोला कि आज से सारे नोट बंद। इसके बाद पूरे देश में हाहाकार मच गया। लोग तड़प गए, दुकानें-धंधे बंद हो गए। लोग बेरोजगार हो गए। पूरे देश के अंदर लंबी-लंबी लाइनें लग गईं। नोटबंदी करने से न आतंकवाद खत्म हुआ और न भ्रष्टाचार खत्म हुआ, बल्कि वो महान देश बर्बाद होकर 10-20 साल पीछे चला गया। ऐसे ही एक दिन किसी ने राजा को आकर बोला कि 2 हजार का नोट ले आएं, वो राजा नोट ले आया। फिर चार साल बाद आकर कुछ लोग बोले 2 हजार का नोट बंद कर दो, राजा ने नोट बंद कर दिया। उस राजा को अकल थी नहीं, वो अनपढ़ था इसलिए कभी 2 हजार का नोट चालू करता तो कभी बंद करता था।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि फिर एक दिन कुछ लोग चौथी पास राजा के पास गए और बोले कि ये किसानों के कानून पास कर दो, खेती खूब बढ़ेगी। अनपढ़ राजा को तो कुछ अक्ल थी नहीं, उसने दस्तखत कर दिए और किसानों के तीन काले कानून पास हो गए। पूरे देश के किसान सड़कों पर आ गए। जगह-जगह धरने होने लगे और एक साल में 750 से अधिक किसानों की मौत हो गई। आखिर में राजा को तीनों काले कानून वापस लेने पड़े। ऐसे ही एक बार उस देश के अंदर बहुत बड़ी माहामारी फैल गई, हर तरफ लोग मरने लगे। तो किसी ने बोला कि थाली बजवाओ तो सब ठीक हो जाएगा, तो राजा ने पूरे देश में थाली-चम्मच बजवा दिए। महामारी तो फैलती रही। किसी ने कहा कि दवाईयां, इंजेक्श की जरूरत पड़ेगी फिर महामारी खत्म होगी। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजा अपने दोस्तों का बड़ा ख्याल रखता था, उसके बड़े दोस्त थे। एक दोस्त ने 10 हजार करोड़ रुपए की चोरी की, तो राजा ने उसे देश से भगा दिया। दूसरे दोस्त ने 20 हजार करोड़ चोरी किए राजा ने उसे भी देश से भगा दिया। मगर एक दोस्त ऐसा था जिससे राजा की ज्यादा ही दोस्ती थी। राजा ने उस दोस्त को सारे एयरपोर्ट, सी-पोर्ट, जहाज, खदान सब कुछ बेच दिया। राजा उस दोस्त पर बहुत महरबान था। राजा का एक और दोस्त था, मगर वो दोस्त इतना गंदा था कि उसने कुछ अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ियों के साथ बदतमीजी करी। इसके बाद भी राजा ने दोस्ती नहीं छोड़ी, मजाल है कि उसने दोस्त के ऊपर कोई आंच भी आने दी हो, वो अपने दोस्त के साथ खड़ा रहा लेकिन उसने खिलाड़ियों का साथ नहीं दिया। राजा का एक और दोस्त था, उस दोस्त ने किसानों के ऊपर गाड़ी चला दी। उसने किसानों को रौंद कर उन्हें कुचल दिया, लेकिन राजा ने अपनी दोस्ती नहीं छोड़ी। राजा एक नंबर का दोस्तबाज था।