- देश में तेजी से फैल रहा कोरोना
- अब तक 1 करोड़, 34 लाख टेस्ट
- एक दिन में 30 हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे
- ये कम्युनिटी स्प्रेड नहीं तो क्या ?
फोकस भारत। सरकार और सिस्टम ने मान लिया है कि कोरोना के साथ जीना सीखना ही होगा। अभी तक भारत में कोरोना नियंत्रण को लेकर जिस स्तर की तैयारी की जानी थी वैसी तैयारी देखने को मिली नहीं, एक सच ये भी है कि कोरोना के कारण लंबा लॉकडाउन झेलने के बाद आम जनता भी कोरोना को गंभीरता से लेना जैसे भूल ही गई है।
यह भयावह है कि भारत में 24 घंटों में कोरोना के मरीज जिस रफ्तार से बढ़ रहे हैं वह साफ कम्युनिटी स्प्रेड के लक्षण लग रहे हैं। बीते 24 घंटों में भारत में 34 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। साथ ही 671 मरीजों की मौत भी हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक-
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बीते 24 घंटे में 34,884 नए मामले सामने आए
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671 लोगों की मौत हुई
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देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या- 10,38,716
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सक्रिय मामले- 3,58,692
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ठीक हुए- 6,53,751 मरीज
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देशभर में मौत- 26,273
राजस्थान में कोरोना से ज्यादा सरकार अपने ही बागियों से लड़ रही है। यहां भी संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 28 हजार के पास पहुंच गई है। 6,737 सक्रिय मामले हैं और 550 मरीज मौत के मुंह में समा चुके हैं।
राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े –
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कोरोना पॉजीटिव- सुबह 10.30 बजे तक 184 नए मामले
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ठीक हुए- 88 मरीज
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मौत- 4
चुनाव आयोग को सता रही चिंता-
कोरोना ने जिंदगी को थामने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ऐसे में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं और राजस्थान में भी निकाय चुनाव और नए संकट की बात करें तो फिर उपचुनाव भी सिर पर मंडरा ही रहे हैं। चुनाव आयोग से पहले से तय चुनावों को लेकर चिंता जताई है। आयोग ने राष्ट्रीय दलों और क्षेत्रीय दलों से सुझाव मांगे हैं कि ऐसे समय में चुनाव अभियान और जन सभाएं कैसे की जा सकती हैं ? आयोग ने ये सुझाव 31 जुलाई तक मांगे हैं।
ICMR के आंकड़ो के अनुसार –
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नमूनों का परीक्षण- देशभर में 1,34,33742 (17 जुलाई तक)
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24 घंटों में नमूना जांच- 3,61,024
अब आप अंदाजा लगाइये कि 130 करोड़ जनसंख्या वाले भारत में सिर्फ डेढ़ करोड़ के लगभग लोगों की कोरोना जांच की गई है। जिस पर हाल यह है कि 34 हजार से ज्यादा मरीज बीते 24 घंटों में मिले हैं। ऊपर से राज्यों में चुनाव को लेकर चर्चाएं हैं। क्या ऐसे माहौल में चुनाव कराना ठीक रहेगा ? जबकि भारत के पास कोरोना से लड़ने के लिए पर्याप्त साधन तक नहीं हैं। बिहार की ही बात करें, वहां चुनाव को लेकर सरगर्मियां तो हैं, लेकिन तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार ही ऐसा राज्य है जहां कोरोना टेस्ट के मामले में यह सबसे पिछड़ा प्रदेश है।
रिपोर्ट- आशीष मिश्रा