फोकस भारत। राजस्थान में लॉकडाउन के बीच घटित घटनाओं से सवाल खडे़ हो रहे है कि आखिर दलित अत्याचार की घटनाओं पर कब लगेगा ‘लॉकडाउन’? आईए नजर डालते दलित अत्याचार के ताजा घटित मामलों पर। सवाल ये भी अहम है कि राजनीतिक दल महज दलित मुद्दे पर राजनीति करते है उनके साथ हो रहे अत्याचार पर कोई आवाज बुलंद नहीं करता है।
नागौर-
नागौर जिले के खींवसर तहसील का गाँव ढिंगसरा में किशनाराम नायक पुत्र सुन्दर राम नायक निवासी ढिंगसरा जो की अपनी बकरी गुम होने पर रात को बकरी ढुढने के लिए निकले थे तब विश्नोई समाज के कुछ लोग ने इन्हे पकड़ लिया और डराने धमकाने लगे तो उनके साथ दो बच्चे तो डर के मारे भाग गये लेकिन उन लोगो ने किशनाराम को पकड़ लिया इनके उपर शिकार का झुठा आरोप लगा कर बन्धक बना और उनके साथ मारपीट की।
जोधपुर
जोधपुर जिले के पुलिस-थाना खेड़ापा के गांव पातो की बासनी निवासी डूंगरराम मेघवाल,सकताराम और बंशीलाल अपनी पुश्तैनी जमीन पर कृषि कार्य कर रहे थे, तभी भगसिंह, बाबूसिंह, महेंद्र सिंह राजपूत, एवं अर्जुनराम, बाबुराम देवासी सभी निवासी गांव भटकोरिया जोइन्तरा, पांचों ने एक राय होकर धारदार हथियारों से जानलेवा हमला बोल दिया, पीड़ित पक्ष निहत्था था और अनुरोध करता रहा परंतु आरोपियों ने डूंगरराम मेघवाल को धारदार हथियार से मौत के घाट उतार दिया, उसके बाद हमलावर भाग गए। पुलिस थाना खेड़ापा ने मुकदमा नम्बर 62/2020 (दिनांक-18-4-2020)
धारा 447,147,148,149,323, 302 (भादस) एवं एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान के लिए जांच भोपालगढ़ वृताधिकारी को सौंपी। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने कुछ लोगों की गिरफ्तारी की है।
टोंक-
टोंक जिले के ग्राम पंचायत बंन्थली तहसील दूनी में दलित समुदाय की कक्षा 11 में पढ़ने वाली नाबालिग़ लड़की जो खेत पर अपने माता पिता का खाना देने जा रही थी रास्ते में ही विजयगढ़ के पास अज्ञात लोगों ने बलात्कार कर हत्या कर दी कोरोना महामारी में गांव में बच्ची की हत्या को लेकर मातम छा गया । जानकारी के मुताबिक सुबह घर से खाना लेकर खेत पर जा रही थी प्रशासन द्वारा आकांशा जताई जा रही है की बीच रास्ते में बच्ची को अकेली आती देख अज्ञात लोगों ने बलात्कार कर हत्या कर दी ।