Rajasthan : राजस्थान विधानसभा उपनेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां(Dr Satish Poonia) को वाराणसी में देशभर की विभिन्न क्षेत्रों की 23 प्रमुख हस्तियों के साथ राजनीतिक क्षेत्र में विशिष्ट नवाचारों के लिए पुरुषोत्तम “करैक्टर ट्री”सम्मान (Character Tree)से सम्मानित किया गया। “करैक्टर ट्री”सम्मान समारोह को संबोधित करते हुये डॉ. पूनियां ने कहा कि, वैसे तो इस सम्मान से बड़ा आज श्री गुरुजी के श्रीमुख से पुरुषोत्तम का विवेचन था, जितने विराट भगवान राम जी हैं उतना ही विराट विवेचन स्वामीजी ने किया है। मुझे पता नहीं मैं इस पुरस्कार के लायक हूं या नहीं हूं, मुझे यह भी नहीं पता कि इस पुरस्कार के लिए गुरुजी ने मुझे क्यों चुना है। राजनीति और राजनेताओं के बारे में देश में धारणा अलग है, पर जैसा स्वामी जी ने पुरुषोत्तम की मीमांसा में कहा, राम संधि, समन्वय और लोकतंत्र का प्रतीक हैं, उसके प्रारूप हैं। भगवान राम में और भारत में साम्यता दिखती है, इसलिए भारत का नेतृत्व आज एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य की बात करता है। मैं छोटी काशी जयपुर से आया हूं बड़ी काशी वाराणसी( Varanasi) में, जहां गंगा का प्रवाह है और उस गंगा की गोद में खेलता हिंदुस्तान, उस हिमालय को अभिनंदन करता है, हिमालय बने प्रेरणा, मुक्ति का मार्ग गंगा हो, भारत में फिर से जन्म हो, पहचान फिर से तिरंगा हो। मुझे लगता है कि काशी में आकर जो समन्वय और संगम दिखता है, मैंने कल यही लिखा था और गुरुजी ने कहा था कि थोड़े शब्दों में एक हस्ताक्षर चाहिए तो मैंने लिखा, आध्यात्मिक ऊर्जा और सुकून वो इस काशी में मिलता है।
मैं इतना ही कह सकता हूं यहां मंच पर राजनीति, समाज, साहित्य, कला, प्रशासनिक सेवा, इन तमाम उपक्रमों से जुड़े हुए प्रमुख लोग हैं, निवेदन करूंगा कि अगली बार सेना और खेल का कोई प्रतिनिधि भी हमारे बीच में हो। मैं साधारण किसान परिवार से राजस्थान से आता हूं, जब आंख खोली तो परिवार ने भी देश के लिए सिखाया, मेरे ताऊजी स्वतंत्रता सेनानी थे, उनसे हमेशा राष्ट्र सेवा की प्रेरणा मिली। किसी किसान परिवार के डीएनए में दो ही बात होती हैं, किसान का पसीना जब धरती पर गिरता है तो धरती अन्नपूर्णा होती है और उसी किसान का जाया जब सीमा पर लड़ता है तो देश की आन बान शान की रक्षा होती है। राजस्थान की वीर प्रसूता भूमि से एक संदेश आप लोगों के बीच में देना चाहता हूं कि, राजनीति के बारे में और राजनेताओं के बारे में जो धारणा हो मुझे उससे इत्तेफाक नहीं है, राजनीति केवल वह नहीं है जो धारणा है, राजनीति वह है जो जी जाती है, राजनीति वह है जो करी जाती है, राजनीति वह है जो सीखी जाती है, और अपने जीवन में उसे उतारने की कोशिश की है। आज इस मंच से आपको भरोसा देता हूं जब तक जुबां और कलम चलेगी वह दलितों, पिछड़ों और वंचितों के उत्थान के लिए चलेगी और मेरे प्रदेश के लोक कल्याण के लिए चलेगी।
बता दें ‘कैरेक्टर ट्री’ सम्मान से विभिन्न क्षेत्रों की विभूतियों को सम्मानित किया गया, जिसमें पुरुषार्थ आश्रम हरिद्वार के श्री महामनीषी निरंजन स्वामी महाराज, राजनीतिक क्षेत्र में डॉ. सतीश पूनियां, प्रसिद्ध गायक उदित नारायण, फिल्म अभिनेता सौरभ शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव, लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. आलोक राय, मोतीलाल बनारसीदास प्रकाशन के रवि जैन, पर्यावरणविद श्री श्री भगवान, कार्डियोलॉजिस्ट केजीएमयू लखनऊ के डॉ. शरद चंद्रा, उद्योगपति सुधीर बिंदलास, उद्योगपति अभय सिंह, फिल्म निर्माता-निर्देशक अर्जुन नित्तूर , महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अपूर्वा बजाज, टीवी कलाकार तारिक शेख, सीनियर टीवी चैनल जर्नलिस्ट सौरभ शुक्ला इत्यादि सहित विभिन्न क्षेत्र की विभूतियां को सम्मानित किया गया। वहीं डॉ. पूनियां ने वाराणसी के विकास कार्यों की प्रशंसा की, उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास के क्षेत्र में काफी नवाचार हो रहे हैं, भगवान काशी विश्वनाथ की नगरी वाराणसी विकास में नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, इन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर डॉ. सतीश पूनियां की वाराणसी के मेयर अशोक तिवारी के साथ सार्थक बातचीत हुई। उल्लेखनीय है कि इससे पहले सतीश पूनियाँ उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सहित देशभर के 75 विधायकों के साथ मुंबई में आयोजित राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में सम्मानित हो चुके हैं।