Rajasthan Congress: राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) 2 दिन तक चिंतन करेगी। पार्टी पदाधिकारियों के प्रशिक्षण शिविर के बाद कांग्रेस अब विधायकों का चिंतन शिविर (Chintan Shivir) आयोजित किया जा रहा है। जयपुर में 8 फरवरी तक कांग्रेस और समर्थित दलों के विधायकों का दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। चिंतन शिविर में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन, सीएम अशोक गहलोत(
Ashok Gehlot)और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ( Sachin Pilot) भी एक साथ नजर आए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के मुताबिक चिंतन शिविर में मिशन 2023 और मिशन 2024 पर मंथन हो रहा है सरकार के 3 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों और जन घोषणा पत्र की क्रियान्विति पर भी इस शिविर में चर्चा हुई, इस शिविर में 9 फरवरी से शुरू होने जा रहे बजट सत्र को लेकर भी चर्चा होगी
चिंतिन शिविर के पीछे क्या है एजेंडा
राजनीतिक विश्लेषक कहते है कि विधायकों का यह चिंतन शिविर बजट सत्र शुरू होने के ठीक पहले किया जा रहा है। इस बार बजट सत्र में रीट, किसान और अलवर मामले पर घमासान मचने की संभावना है, सत्र से पहले कांग्रेस विधायकों को सदन में डिफेंड करने की रणनीति समझाना चाहती है। पार्टी को यह भी अंदेशा है कि कहीं सत्ता पक्ष के विधायक ही इन मामलों को सदन में ना उठा दें, ऐसे में सत्ता पक्ष के विधायकों को सत्र से पहले सदन को लेकर रणनीति समझाई जा रही है। वहीं जुलाई महीने में राज्यसभा की 4 सीटों पर भी चुनाव होने हैं, यह चिंतन शिविर इस राज्यसभा चुनाव की भी तैयारी माना जा रहा है, विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है,अभी विधानसभा में ना मुख्य सचेतक हैं और ना विधानसभा उपाध्यक्ष के पद भरे गये हैं, चिंतन शिविर में मुख्य सचेतक और विधानसभा उपाध्यक्ष के चयन पर भी चर्चा संभावित है। राजस्थान में सरकार बनने के 3 साल बाद होने जा रहा विधायकों का यह चिंतन शिविर कई मायनों में महत्वपूर्ण है।
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