कांग्रेस का UP में ज्यादा तो पंजाब में महिलाओं पर भरोसा कम क्यों

Election Assembly 2022- देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले आधी आबादी का वोट पाने के लिए सभी पार्टियों उन्हें साधने में जुट गई हैं, लेकिन जब टिकट देने की बात आती है तो ये पार्टियां जिताऊ उम्मीदवार का बहाना देने लगती हैं। उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी(Congress Leader Priyanka Gandhi) ने काफी एग्रेसिव तरीके से ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा देते हुए 40% महिलाओं को टिकट(Ticket Momen Candidates) देने की बात की है। वहीं दूसरी तरफ बात पंजाब की बात करें, तो यहां आधी आबादी का हक पीछे छूट जाता है। पंजाब (Punjab)में कांग्रेस ने पहली सूची में 86 उम्मीदवारों की घोषणा की है। इसमें महिलाएं सिर्फ 9 हैं यानी महज 10 फीसदी। अन्य चार राज्यों में इस अभियान को लेकर कांग्रेस में ही कोई हलचल नहीं है। ऐसे में यह अभियान महिला सशक्तिकरण के बजाय विशुद्ध रूप से राजनीति से प्रेरित दिखाई देता है। राजनीतिक विश्लेषक कहते है कि ऐसे में एक बार फिर महिलाओं की राजनीति में ज्यादा भागीदारी की बात छलावा ही साबित हो रही है।

राजनीतिक पंड़ित कहते है कि कांग्रेस पंजाब में सत्ता में है, वहीं यूपी में वह चौथे नंबर पर है। इसके साथ ही पंजाब में कांग्रेस की एक बार फिर चुनाव जीतने की संभावना है, जबकि यूपी में वह तीसरे नंबर के लिए ही संघर्ष कर रही है। इससे साफ समझ में आता है कि यूपी में उसके सत्ता में आने की संभावना न के बराबर है। वहां तो वह महिलाओं पर ज्यादा दांव लगा रही है, लेकिन पंजाब में वह महिलाओं पर दांव लगाने के पक्ष में नजर नही आती है

 

 

priyanka gandhi tickets women candidates uttar pradesh but not punjab election assembly 2022