फोकस भारत। (Mahatma Gandhi Jayanti 2021) आज 2 अक्टूबर देश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। महात्मा गांधी ने कहा था कि भारत की आत्मा उसके गांवों में बसती है, इसलिए देश में सत्ता का विकेन्द्रीकरण कर ग्राम स्वराज की स्थापना होनी चाहिए। उनका सपना था कि इसके लिए पंचायती राज व्यवस्था लागू होनी चाहिए। बापू की मौत के दो साल बाद ग्राम स्वराज का उनका ये सपना राजस्थान के नागौर से पूरा हुआ।
2 अक्टूबर 1959 को बापू की जयंती पर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने नागौर की धरती पर दीप प्रज्ज्वलित कर पंचायतीराज व्यवस्था को लागू किया। इस दौरान पंडित जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि इससे ग्रामीण विकास को एक अलग पहचान मिलने के साथ ही लोगों के लिए क्रांतिकारी परिवर्तन लेकर आएगी। इसके बाद 1993 में 73वें संविधान संशोधन अधिनियम के द्वारा देश में त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था को संवैधानिक दर्जा प्राप्त हुआ। बापू कहते थे कि आजादी की शुरुआत नीचे से होनी चाहिए तभी सच्चे मायनों में देश के प्रत्येक आदमी को उसका हक और अधिकार मिल पाएंगे। इसके चलते विकास को देश के अंतिम कोने तक पहुंचाने की जरूरत है। इसके बाद तत्कालीन राजस्थान सरकार ने इस सपने को साकार करने के लिए देश में सबसे पहले 2 सितंबर 1959 को पंचायतीराज एक्ट बना दिया।