Vehicle Junk Policy India। भारत में लोग पुरानी कार का खूब उपयोग करते है। पुरानी कारों का व्यापार (Vehicle Junk Policy India) भी देश में बड़े लेवल पर होता है। अगर आप भी पुरानी कार खरीदने का प्लान बना रहे है तो सावधान!.. जल्द ही मोदी सरकार पुराने वाहनों को कबाड़ (Vehicle Junk Policy India) में बदलने की नीति की घोषणा कर सकती है। इस नीति के लागू होने के बाद 20 साल पुराने वाहन सड़कों पर चलते नहीं दिखेंगे।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि यह नीति जल्द लागू होगी। जावड़ेकर ने यह भी बताया कि वाहनों की कबाड़ नीति का प्रस्ताव तैयार हो चुका है और सभी संबंधित पक्षों ने इस पर राय दे दी है। इसके तहत बंदरगाहों के पास रीसाइकलिंग केंद्र बनाये जा सकते हैं। जहां पुरानी कारों, ट्रकों और बसों को कबाड़ में तब्दील किया जाएगा। इस नीति के लागू होने के बाद करीब 2-3 करोड़ वहां सड़क से हट जाएंगे। इससे वहां उद्योग में बड़ी वृद्धि होने के अनुमान है।
क्या है वाहन कबाड़ नीति:
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने साल 2018 में वाहन कबाड़ नीति का प्रस्ताव बनाया था। इस कबाड़ नीति को मार्च 2018 में प्रधानमंत्री कार्यालय ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी। इस नीति का मकसद 20 साल या इससे अधिक पुराने कॉमर्शियल वाहनों को सड़क से हटाना था। इस नीति के प्रस्तावों की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि इससे वाहन प्रदूषण पर भी लगाम लगेगी। अब इसके जल्द लागू होने की संभावना जताई जा रही है।
पुराने वाहनों से होता है वायु प्रदूषण
आपको बता दें देश में पुराने दो पहिए और चार पहिए वाहनों का काफी वर्चस्व है। वाहनों के ज्यादा पुराने होने के बाद इनका इंजन ख़राब हो जाता है। इन वाहनों से अत्यधिक जहरीली गैसें जैसे नाइट्रोजन ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड, सल्फर ऑक्साइड निकलती हैं, जो पर्यावरण को नकारात्मक रुप से प्रभावित कर रहें हैं। बढ़ते पर्यावरण को रोकने के लिए इन वाहनों पर रोक लगाने की सख्त जरुरत है। अब इसको लेकर मोदी सर्कार जल्द बड़ा फैसला ले सकती है।