देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 2.30 बजे दिल्ली के लोधी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार होगा। मंगलवार सुबह से ही राजनीति से लेकर तमाम अन्य क्षेत्रों से जुड़ें लोगों ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित की।उनके आवास पर जाकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी ने प्रणब दा को श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास पहुंचे।
प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति रहे। बता दें कि प्रणब मुखर्जी का पार्थिव शरीर आर्मी हॉस्पिटल से उनके 10, राजाजी मार्ग स्थित सरकारी आवास पर लाया जा रहा है। यहीं पर दोपहर 12 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा। प्रणब मुखर्जी का जन्म 11 दिसंबर, 1935 को पश्चिम बंगाल के बीरभूमि जिले के मिरती गांव में हुआ था। उनके पिता कामदा किंकर मुखर्जी स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रहे।
पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर केंद्र सरकार ने सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान देश भर में उन सभी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे जहां ध्वज लगे रहते हैं। राष्ट्रपति भवन और संसद भवन में तिरंगा आधा झुका दिया गया है। राजस्थान की गहलोत सरकार ने भी 1 सितंबर को राजकीय शोक का ऐलान किया है। इस दौरान सभी सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे।
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