3T Strategy Coronavirus। कोरोना के कोहराम से पूरी दुनिया सहित भारत भी चपेट में है। लेकिन देश में इस समय कोरोना बीमारी से मरने वालों की संख्या अन्य देशों की तुलना काफी कम है। देश में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट भी अन्य देशों की तुलना काफी ज्यादा है। हालांकि देश में कोरोना के मामले खूब तेज़ी से बढ़ रहे है। लेकिन ‘3T’ का फार्मूला (3T Strategy Coronavirus) कोरोना से लड़ने के लिए अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। 3T यानी टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट की रणनीति देश में काफी कारगर साबित हो रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना वायरस को काबू में करने के लिए कंटेनमेंट जोन बनाने, टेस्ट करने, तत्काल प्रभाव से आइसोलट करने और गंभीर मरीजों का अस्पतालों में इलाज करने का तरीका कारगर रहा है। प्रभावी निगरानी बड़े स्तर पर टेस्टिंग से कोरोना के मामले बढ़ने की रफ्तार में कमी आई है। सभी सरकारों के समन्वित प्रयासों से मृत्यु दर भी लगातार घट रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ठीक और COVID-19 सक्रिय मामलों के बीच का अंतर ज्यादा होता जा रहा है क्योंकि सक्रिय मामलों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्या तीन गुना से अधिक हैं। महाराष्ट्र में 6 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि, 5 लाख से ज्यादा लोग ठीक भी हो गए हैं। अब देश में रोजाना दस लाख से ज्यादा कोरोना के टेस्ट हो रहे है।