कोरोना ने दुनियाभर में कहर बरपा रखा है। अब सभी की निगाहें इसकी वैक्सीन पर टिकी है। रूस, अमेरिका, ब्रिटेन, चीन और भारत सहित कई देश वैक्सीन के ट्रायल कर रहे है। इसी बीच एक खबर सुर्ख़ियों में है, हो भी क्यों ना नहीं.. जब कोरोना की दवाई से जुड़ी हो तो। भारत में अब कोरोना महामारी का ईलाज नीम की पत्तियों से ढूंढा जा रहा है। इसके लिए परिक्षण हो रहा है। नीम को औषधीय जड़ी बूटी के रूप में भी जाना जाता है। नीम को संस्कृत में अरिष्टा कहा जाता है जिसका अर्थ “बीमारी से राहत पाना” है। अगर वाकई नीम कोरोना की काट बनता है तो ये किसी चमत्कार से कम नहीं होगा।
कोरोना की काट ढूंढने के आयुर्वेद भी लगातार प्रयोग कर रहा है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (AIIA) ने निसर्ग हर्ब्स नाम की कंपनी के साथ समझौता किया है। ये दोनों संस्थाएं मिलकर ये पता लगाएंगे कि क्या नीम के तत्वों से भी कोरोना जैसी बिमारी का ईलाज किया जा सकता है। इस परीक्षण को फरीदाबाद के ESIC अस्पताल में किया जाएगा।
आपको बता दें डॉक्टरों की टीम 250 लोगों पर इसका परीक्षण करेगी कि नीम के तत्व कोरोना वायरस का संक्रमण से लड़ने में कितने कारगर साबित होते है। इस रिसर्च में मुख्य रूप से ये पता किया जाएगा कि नीम के कैप्सूल कोरोना मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों को इस बीमारी से दूर रखने में कितना प्रभावी हैं।