- दहशत के साये में गुजरी बेंगलुरू की रात
- कांग्रेस विधायक के रिश्तेदार की विवादित पोस्ट
- सड़कों पर हुआ तांडव, 3 की मौत, 60 पुलिसकर्मी घायल
फोकस भारत। सोशल मीडिया की एक पोस्ट ने पूरा कर्नाटक जला दिया। बेंलगुरू में कई घंटे दहशत भरे रहे। हजारों की भीड़ ने आगजनी-पत्थरबाजी और तांडव किया। इस पूरे घटनाक्रम में 3 लोगों की मौत हुई और 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। फिलहाल मामले के मुख्य आरोपी समेत 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है।
क्यों जल उठा बैंगलुरू ?
नोर्थ बेंगलुरू की पुलकेसीनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवासमूर्ति के कथित भतीजे ने पैगम्बर मोहम्मद के बारे में अपमानजनक पोस्ट डाली थी। जिसकी प्रतिक्रिया में यह हिंसा हो गई। हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। भीड़ ने विधायक के घर पर हमला कर दिया, लेकिन वे परिवार समेत वहां नहीं थे। इसके बाद पुलिस ने डीजेपल्ली पुलिस थाने पर धावा बोल दिया। इससे शहर के कई इलाकों में तनाव के हालात हो गए। सड़कों पर जंग के से दृश्य दिखाई देने लगे। कई इलाकों में सड़कों पर खड़े वाहन जला दिए गए। वाहनों पर पथराव किया गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले के विरोध में 60 हजार की भीड़ सड़क पर आ गई थी।
पुलिस पर क्यों उतरा गुस्सा
बेंगलुरू में हालात जब काफी तनावपूर्ण हो गए तो पूलिस ने फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई। उधर, 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी भीड़ के गुस्से का शिकार हो गए। एक एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबित हजारों लोगों की भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और आस-पास जो कुछ मिला उसे आग के हवाले कर दिया।
किसने क्या कहा-
येदियुरप्पा, सीएम कर्नाटक
विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के आवास और डीजे हाली पुलिस थाने पर हमला और दंगे निंदनीय हैं। अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। सरकार ने हिंसा पर काबू पाने के लिए हर संभव कार्रवाई की है। पुलिस, मीडियाकर्मी और आम नागरिक पर हमला अक्षम्य है। सरकार ऐसी हरकतें बर्दाशत नहीं करेगी।
बसवराज बोम्मई, गृहमंत्री, कर्नाटक
मामले की जांच हो रही है, लेकिन तोड़फोड़ से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया गया है और उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हिंसा में तीन लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 60 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
कमल पंत, पुलिस आयुक्त
कथित सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर भड़की हिंसा के बाद बेंगलुरु के डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन इलाके में उग्र भीड़ से झड़प के दौरान अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सहित करीब 60 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए की गई फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बेंगलुरु में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है और डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आनेवाले इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
अखंड, श्रीनिवासमूर्ति, विधायक
मैं लोगों से अपील करता हूं कि कुछ उपद्रवियों की गलतियों के चलते हमें हिंसा में शामिल नहीं होना चाहिए। लड़ने-झगड़ने की कोई जरूरत नहीं है। हम सभी भाई हैं। हम कानून के अनुसार दोषियों को सजा दिलाएंगे। हम भी आपके साथ हैं। मैं अपने दोस्तों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।
बहरहाल, कर्नाटक में कानून व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और कई इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि माहौल के बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
रिपोर्ट- आशीष मिश्रा