- जी ग्रुप के मालिक सुभाष चंद्रा पर गंभीर आरोप
- एक्टिविस्ट ने किया दावा- 4 करोड़ में खरीदी राज्यसभा सीट
फोकस भारत। पत्रकार और एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने एक पड़ताल की है। पड़ताल में ये सामने आ है कि समाचार चैनल जी न्यूज ने साल 2016-17 में भारतीय जनता पार्टी को 2 करोड़ का चंदा दिया था। साथ ही जी के प्लेटफारम डिश टीवी ने भी 50 लाख का चंदा दिया। राजनीतिक दलों को चंदे दिए जाते हैं, कोई नई बात नहीं है, लेकिन नई बात ये है कि एक्टिविस्ट ने दावा किया कि इस चंदे के बदले एस्सेल ग्रुप के सुभाष चंद्रा को बीजेपी के टिकट पर उसी साल राज्यसभा में बतौर सांसद भेज दिया गया।
इसके साथ ही एक दावा यह भी किया गया है कि 4 करोड़ भी राज्यसभा सांसद बनने के लिए कम कीमत पड़ी तो डिश टीवी ने मार्केट में नमो टीवी उतार दिया। इस टीवी का काम पूरी तरह मोदी वंदना करना था। जिस पर भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ने 2019 के आम चुनाव से पहले कोई ठोस कदम नहीं उठाया था। दावा ये भी कि इसके अलावा भी सुभाष चंद्रा ने कैश और इलेक्टोरल बांड्स के रूप में विज्ञापन के जरिए कुछ और कीमत चुकाई। सोशल मीडिया पर अब एक मुहिम चलाई जा रही है कि जी न्यूज समेत तमाम उन चैनल्स को सरकारी चैनल होने का तमगा दिया जाए जो मोदी सरकार के फेवर में खबरें दिखा रहे हैं। अथवा हद से ज्यादा मोदी सरकार की चरण वंदना करने में लगे हैं। इससे पहले भी जी न्यूज पर लोगों की भावनाएं भड़काने और सांप्रदायिकता फैलाने के आरोप लग चुके हैं।
जी ग्रुप ने कैसे दिया पैसा
- जी लर्न – 25 लाख का फंड दिया
- एस्सेल इन्फ्रा – 1 करोड़ का फंड दिया
- डिश टीवी – 50 लाख का फंड दिया
नमो टीवी का फंडा
उसी दौरान नमो टीवी अचानक अस्तित्व में आया था। जिसका सिर पैर किसी के समझ नहीं आया था। इस चैनल पर रात दिन नरेंद्र मोदी की खबरें और भाषण ही दिखाए जा रहे थे। जिसकी वजह से यह खासा चर्चा में भी रहा था। बताया जा रहा थी कि यह किसी मोदी भक्त का काम है, लेकिन असल में इस चैनल का सेटेलाइट अपलिंक डिश टीवी की तरफ से ही प्रसारित किया गया था। जिसके मालिक थे सुभाष चंद्रा। उस समय सूचना प्रसारण मंत्रालय ने इस चैनल के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की थी। वहीं ईसीआई और भाजपा के अमित मालवीय ने रिकॉर्ड पर कहा कि नमो टीवी भाजपा द्वारा प्रसारित किया गया है।
एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने अपनी बात साबित करने के लिए कुछ कागज भी सबूत के तौर पर पेश किए हैं, इन कागजों पर पार्टी को फंड देने की बात दावे के साथ उजागर की गई है। साकेत की इस पोस्ट के बाद तेजी से इसे वायरल किया जा रहा है। सौमित्र राय नाम के फेसबुक यूजर ने साकेत के ट्वीट को फेसबुक पर शेयर किया था, इसके बाद से यह पोस्ट तेजी से वायरल हुई और अब सुभाष चंद्रा, जी न्यूज और भाजपा सरकार के लिंक पर सवाल उठ रहे हैं।
एक्टिविस्ट और कुछ सोशल मीडिया पोस्ट की मानें तो यह सारा खेल सिर्फ एक स्नैप शॉट है। राज्यसभा सीट के बदले जी न्यूज पूरी तरह भाजपा के लिए काम कर रहा है। सोशल मीडिया पर अब जी न्यूज, सुभाष चंद्रा और भाजपा को जमकर ट्रोल किया जा रहा है।
रिपोर्ट – आशीष मिश्रा