फोकस भारत।
– WHO ने ‘हवा’ से कोरोना वायरस फैलने के सबूतों को स्वीकार किया
– तो सवाल ये है कि चीन में ‘हवा’ से ‘कोरोना’ वायरस क्यों नहीं फैला ?
– तो अब WHO मान रहा है कि कोरोना वायरस हवा के जरिए भी फैल सकता है ! इसका मतलब है कि आज या कल में ही तो कोरोना वायरस में यह परिवर्तन तो आया नही होगा यह तो शुरू से ही होगा।
– तो फिर WHO ये बताए कि चीन में अब तक कोरोना पेशेंट की गिनती 83 हजार ही कैसे है ?
– वहाँ भी तो हवा के जरिए फैला होगा या चीनी लोग के पास कोई स्पेशल इम्यूनिटी है ?
– ऐसी कौन सी जादू की छड़ी लगी है चीन के हाथ मे जो उसके यहाँ मरीजों की संख्या बढ़ी ही नही लेकिन भारत अमेरिका ब्राजील रूस सब जगहों पर लाखों की संख्या में मरीज आ गए ?
– क्या WHO के पास इसका कोई जवाब है?
इन सबूतों को स्वीकारा WHO ने
32 देशों के 239 वैज्ञानिकों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को लिखे एक पत्र में बताया था कि कोरोना एक एयरबॉर्न वायरस है, जो हवा में भी फैल सकता है, वैज्ञानिकों ने कुछ साक्ष्यों पर भी प्रकाश डाला है जो बताते हैं कि वायरस के नन्हे पार्टिकल्स हवा में भी लोगों को संक्रमित कर सकते हैं, WHO ने भी तथ्यों पर आधारित इस रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है।