गली के अंदर और नुक्कड़ों पर 32 लोगों की टीम आपसी सहमति से रोज शिफ्ट ड्यूटी कर रही है ताकि कोई सैर-सपाटे को न निकले

फोकस भारत। कोरोना वायरस जैसी महामारी के देखते हुए केन्द्र सरकार ने 21 दिन का यानि 14 अप्रैल तक लोकडाउन का ऐलान पूरे देश में किया है। लेकिन लोग इसकी गंभीरता की नजर अंदाज करके सड़कों पर घूम रहे है। ऐसे में ऐसे में एक तस्वीर राजस्थान की राजधानी जयपुर के परकोटे इलाके से सामने आई है जहा पुलिस -प्रशासन के अलावा लोगो ने भी अपने इलाकों की पहरेदारी शुरु कर दी है। और बेवजह सड़क पर घूमने वाले लोगो को समझाइश कर रहे । साथ ही अपने इलाके की सुरक्षा भी । ये सभी कोरोना वॉरियर्स बनकर मदद कर रहे है।    ये तस्वीर को पत्रकार अमृता मौर्य ने अपनी फेसबुक वॉल पर डाला है साथ ही स्टोरी भी सांझा की है  जो आप नीचे पड़ सकते है।

 

अमृता मौर्य की फेसबुक वॉल से

मेरे इलाके के पहरेदार: COVID-19 से लड़ाई

ऐसा और कहीं नहीं देखा अभी तक।
विश्वेश्वर जी की चौकड़ी से मुख्य मार्गों पर निकलनेवाली हर गली पर लाठी लेकर 3-4-5 के समूह में स्थानीय युवक खड़े हैं- निर्धारित दूरी पर मुँह पर मास्क लगाए! चौड़ा रास्ता के एक तरफ के इलाके में मेरा निवास है और दूसरी तरफ ये चौकड़ी। दोनों जगह ऐसी ही चौकसी!
दोनों एरिया का चक्कर लगाने के बाद बापू बाज़ार-लिंक रोड के एक नुक्कड़ पर रुक कर मैंने पूछ ही लिया – ‘कौन हैं आपलोग?’
‘पिंकसिटी फुटबॉल क्लब के मेंबर; नेशनल प्लेयर हैं हम लोग। यहीं रहते हैं।’
मेरे एरिया के हैं ये लोग, और मुझे नहीं पता!
टीम लीडर मोहसिन कुरैशी, अनवर कुरैशी, ज़ाकिर कुरैशी, चाँद कुरैशी और रमेश जी अभी बापू बाजार की तरफ़ तैनात थे।
आस-पास गली में रहनेवाले श्वान घूम रहे थे। ‘इनके खाने की क्या व्यवस्था है?’
पूछने पर बताया कि घरों से लाकर नियमित खाना खिलाया जा रहा है। 2-3 श्वान अभी भी खा रहे थे।
इस चौकड़ी इलाके में 22,000 मतदाता हैं, बच्चे और किशोर मिलाकर संख्या और ज्यादा होगी। पुलिस चौराहों पर खड़ी है। गली के अंदर और नुक्कड़ों पर 32 लोगों की टीम आपसी सहमति से रोज शिफ्ट ड्यूटी कर रही है ताकि कोई सैर-सपाटे को न निकले।
मैंने पूछा, ‘कितनों को लट्ठ मारनी पड़ी?’
वे बोले – ‘एक को भी नहीं।’

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