फोकस भारत। साल 2015 की आईएएस टॉपर टीना डाबी के बारे में आज राजस्थान विधानसभा में बीजेपी विधायक के द्वारा झूठ बोला गया । जी हां राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने UPSC की टॉपर रहीं IAS टीना डाबी के CAA के खिलाफ फेसबुक पोस्ट पर आपत्ति जताते हुए कहा- अगर अफसरों को रोका नहीं गया तो इनका राजनीतीकरण हो जाएगा। टीना की फेसबुक पोस्ट पर सीएए को देश को तोड़ने वाला कानून बताया गया था। राजेंद्र राठौड़ ने सदन में कहा- नागरिक संशोधन कानून पास कर दिया गया है। हिंदुस्तान की लोकसभा ने, राष्ट्रपति ने उसे स्वीकृति दी है। मैंने भीलवाड़ा में एसडीएम आईएएस टीना डाबी का फेसबुक पोस्ट पढ़ा था। टीना डाबी सीएए को देश को तोड़ने वाला कानून बता रही हैं। वहीं टीना डाबी सोनिया गांधी के जन्मदिन पर बधाई का संदेश भी देती है। अगर इन चीजों को नहीं रोका गया और इसी प्रकार राजनीतीकरण होता रहा तो बात कहां की कहां चली जाएगी। सुशासन की बात तो अलग है।
टीना डाबी ने फेक अकाउंट पर FIR कराई
लेकिन टीना डाबी ने पहले ही साफ किया था कि वो पोस्ट एक फेक अकाउंट से किया गया था, जिसकी वह एफआईआर करा चुकी हैं।
फिर सवाल उठता है कि आखिर बीजेपी की सीनियर लीडर राजेन्द्र राठौड़ ने इस मामले को विधानसभा में उठाने से पहले क्या जांच नही की ।
आखिर उन्होने जिस फेसबुक पेज पर पोस्ट पड़ी क्या उस पेज के फेक होने की जांच की ?
जो पोस्ट टीना डाबी ने लिखी नहीं उसे विधानसभा में बीजेपी नेता ने मुद्दा क्यों बनाया ?
क्या बीजेपी के वरिष्ठ नेता को मुद्दा बनाने से पहले जांच नहीं करनी चाहिए थी ?
आखिर राजेन्द्र राठौड़ ने आईएएस टीना डाबी को निशाना क्यों बनाया ?
देश की पहली दलित महिला IAS टॉपर
साल 2015 में 22 वर्षीय टीना डाबी यूपीएससी परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त करने वाली पहली दलित महिला हैं। टीना डाबी ने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक किया है।