Agnipath scheme पर बवाल के बाद बैकफुट पर केंद्र सरकार, ये बदलाव किए

Agnipath scheme: अग्निपथ स्कीम की लॉन्चिंग 14 जून को केंद्र सरकार (Modi Govt) ने  की, रक्षा मंत्री राजनाथ ( Defense Ministry)सिंह तीनों सेना प्रमुखों के साथ सेना में भर्ती स्कीम की खूबियां बताईं, एक-दो दिन तो देश के युवाओं को इस स्कीम को समझने में लग गए, लेकिन जैसे ही इस स्कीम की डिटेल युवाओं को समझ में आई वे सड़क पर आ गए, आज इस योजना के विरोध में कई संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है, युवाओं की सबसे ज्यादा नाराजगी 4 साल की सेवा अवधि को लेकर है, युवाओं के अलावा नेताओं ने भी कहा कि 18 साल में नौकरी शुरू कर युवा 22 साल में बेरोजगार हो जाएंगे तो इसके बाद उनका क्या होगा? दरअसल 16 -17 और 18 जून को इस योजना का इतना भयानक विरोध हुआ कि सरकार बैकफुट पर आ गई, इसके बाद सरकार ने इस योजना में एक के बाद एक कई बदलाव किए और प्रदर्शनकारी छात्रों का गुस्सा शांत करने की कोशिश की।

 

केंद्र सरकार द्वारा दी गई पांच बड़ी रियायते

  • रक्षा मंत्रालय द्वारा कोस्ट गार्ड और राज्य द्वारा संचालित रक्षा फर्मों में 10 प्रतिशत नौकरियां अग्निवीरों के लिए आरक्षित की जाएंगी।
  • केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों या सीएपीएफ और असम राइफल्स में 10 प्रतिशत रिक्तियां गृह मंत्रालय द्वारा अग्निशामकों के लिए आरक्षित की जाएंगी।
  • अग्निवीरों के लिए सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती के लिए आयु सीमा में तीन साल की छूट दिए जाने का ऐलान।
  • भारतीय नौसेना के अग्निवीरों के लिए मर्चेंट नेवी में रोजगार के अवसर दिए जाएंगे। नौवहन मंत्रालय द्वारा शामिल किए जाने के लिए छह सेवा मार्ग का ऑप्शन।
  • कोविड के कारण भर्ती में दो साल के ब्रेक के मद्देनजर अग्निपथ योजना के लिए आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 कर दी गई थी।
  • कई राज्य सरकारों ने कहा है कि वे पुलिस भर्ती में अग्निशामकों को वरीयता देंगी।
  • राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान 10वीं पास अग्निशामकों के लिए अनुकूलित पाठ्यक्रम शुरू करेगा और उन्हें 12वीं पास प्रमाणपत्र प्राप्त करने में मदद करेगा।