रिक्शा चलाया, 23 साल तक कुक रहे, मजदूरी की, बंगला साहित्य में कमाया नाम और अब बनें ‘विधायक’

फोकस भारत।  पश्चिम बंगाल के हुगली जिले  की बालागढ़ विधानसभा सीट (Balagarh Assembly Seat) से तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक बने  मनोरंजन ब्यापारी (Manoranjan Byapari) की कहानी में शून्य से शिखर तक सफर है। कोई औपचारिक शिक्षा न लेने के बावजूद वो अब तक दर्जनों उपन्यास और सैंकड़ों लघु कहानियां लिख चुके हैं, इसके अलावा सामाजिक मुद्दों पर भी लगातार लेखन करते रहते हैं। मनोरंजन रिक्शा चालक रह चुके हैं,  फिर 23 साल तक कुक रहे, फिर मजदूरी की, उसके बाद बड़े लेखक बने और अब विधायक बने।  दरअसल मनोरंजन ब्यापारी को बंगाली दलित साहित्य में बड़ी आवाज माना जाता है।