Nuakhai Juhar Festival। भारत को विविधता में एकता का देश कहा जाता है। यहां सभी धर्मों के लोग मिलजुल कर रहते है। हर राज्य का अपना एक अलग सांस्कृतिक महत्व (Nuakhai Juhar Festival) माना जाता है। भारत के बारे में कहा जाता है कि हर पंद्रह किलोमीटर की दूरी पर भाषा और बोलने का ढंग बदल जाता है। भारत को त्यौहार का देश भी कहा जाता है। आज ओडिशा में एक विशेष त्यौहार मनाया जा रहा है। नुआखाई (Nuakhai Juhar Festival) ओडिशा में मनाया जाने वाला त्यौहार है। जो हर साल गणेश चतुर्थी के ठीक एक दिन बाद मनाया जाता है।
चलिए हम आपको इस त्यौहार के बारें में बताते है। नुआखाई ओडिशा में बड़ी धूमधाम से मनाए जाने वाला त्यौहार है। ये दो शब्दों से मिलकर बना है एक नुआ जिसका तात्पर्य है नया और दूसरा शब्द है खाई जिसका मतलब है खाना। नुआखाई किसानों का त्योहार है, जिसे नाबन्ना के नाम से भी जाना जाता है। पीएम मोदी ने भी ट्वीट करके इस त्यौहार के लिए ओडिशा के किसानों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। प्रधानमंत्री ने कहा, “नुआखाई जुहार! नुआखाई जुहार के त्योहार के अवसर पर ओडिशा के लोगों शुभकामनाएं। यह त्योहार हर किसी के जीवन में सुख और समृद्धि लाए।”
The special occasion of Nuakhai is about celebrating the hardwork of our farmers. It is due to their efforts that our nation is fed.
May this auspicious day bring prosperity and good health for everyone.
Nuakhai Juhar!
— Narendra Modi (@narendramodi) August 23, 2020
नुआखाई का त्यौहार प्रति वर्ष अगस्त और सितंबर के महीनें में मनाया जाता है। ओडिशा के साथ झारखंड के किसान भी ऐसे धूमधाम से मानते है। इस त्यौहार के बारे में कहा जाता है ये वैदिक युग से से ही मनाया जा रहा है। नुआखाई को नौ प्राथमिक रंगों से जोड़ा गया है जो नौ अलग-अलग रिवाजों से जुड़े हैं। इस त्यौहार को मानाने के लिए ओडिशा के लोग कई दिन पहले से इसकी तयारी शुरू कर देते है।
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