राजस्थान में कोरोना की तेज़ चाल, 9 जिलों में ‘लॉकडाउन रिटर्न्स’

  • राजस्थान में कोरोना की ‘तेज चाल’
  • जोधपुर, अलवर, पाली, जयपुर में संक्रमण विस्फोट
  • 9 जिलों में लॉकडाउन रिटर्न्स 

फोकस भारत। राजस्थान में कोरोना संक्रमण भयावह रूप ले चुका है। राजधानी जयपुर, अलवर और जोधपुर कोरोना से भयंकर तरीके से संक्रमित हैं। सरकार खुद को गिरने से बचा रही है, लेकिन राजनेता कोरोना से खुद को नहीं बचा पा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और कैलाश चौधरी कोरोना संक्रमित हो गए हैं, चौधरी तो जैसलमेर-बाड़मेर में कोरोना लेकर घूमते रहे, कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया, सैकड़ों लोगों के संपर्क में आए। इससे पहले हनुमान बेनीवाल और किरोड़ी लाल मीणा भी संक्रमित हो चुके थे। यानी प्रदेश के चार सांसद कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में आम लोग कितने सुरक्षित हैं, इसका आप अंदाजा लगा सकते हैं।

अशोक गहलोत ने लगाया था सबसे पहले लॉकडाउन

फिलहाल पूरे देश में 24 मार्च से लॉकडाउन लगाया गया था, लेकिन हालात को भांपते हुए सीएम गहलोत ने 22 मार्च से ही प्रदेश में लॉकडाउन लगा दिया था। जब राजस्थान में कोरोना के सवा सौ मामले और तीन मौतें सामने आईं थीं तब स्क्रीनिंग और टेस्टिंग के मामले में राजस्थान अग्रणी राज्य था। हालांकि अब मुख्यमंत्री ने अगस्त के पहले ही सप्ताह में मीटिंग कर जिला प्रशासन को लॉकडाउन के संबंध में फैसला करने का फ्री हैंड दिया था। तथापि कोरोना पर नियंत्रण मुश्किल नजर आ रहा है। बीते एक महीने में प्रदेश में कोरोना के मामले 30 हजार के आस-पास पहुंच गए हैं। कोरोना का आंकड़ा 51 हजार को पार कर गया है, 800 के करीब मौतों को आंकड़ा पहुंच गया है और रोजाना 1000 से ज्यादा केस मिल रहे हैं। शनिवार को प्रदेश में 1171 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं।

राजस्थान में लॉकडाउन रिटर्न्स

सिर्फ जयपुर, अलवर और जोधपुर तीन शहरों में ही एक महीने में 11 हजार से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं। कुल 12 जिलों में संक्रमण से हालात बेहद खराब हैं। प्रदेश के 9 जिले ऐसे हैं जिनमें लॉकडाउन फिर से लगाया जा रहा है। राजधानी जयपुर में हालांकि लॉकडाउन नहीं लगाया गया है लेकिन जहां कोरोना पॉजीटिव मरीज मिल रहे हैं उस घर के लोगों को कोरोन्टाइन करके सख्त हिदायतें दी जा रही हैं। इसके अलावा 8 जिलों में सीमित लॉकडाउन लगा दिया गया है।

  • अलवर – 12 अगस्त तक लॉकडाउन
  • जोधपुर- शनिवार, रविवार लॉकडाउन
  • बाड़मेर- 12 अगस्त तक लॉकडाउन
  • भरतपुर- शनिवार, रविवार लॉकडाउन
  • सवाईमाधोपुर- संक्रमित इलाकों में रविवार को लॉकडाउन
  • झालावाड़- शनिवार, रविवार लॉकडाउन
  • उदयपुर- रविवार को शहर क्षेत्र में लॉकडाउन
  • कोटा- हर रविवार लॉकडाउन
  • आबूरोड- शनिवार, रविवार लॉकडाउन

दुकानदारों, फलवालों की होगी कोरोना जांच

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आदेश जारी किये गए हैं कि देश के सभी राज्य शहरों में दुकान चलाने वाले, रोजमर्रा का सामान बेचने वाले, फल और सब्जी वाले दुकानदारों का टेस्ट कराएं। राजस्थान में दुकानदारों के करीब 23 हजार सेंपल लिये जा चुके हैं। पहले लिए गए सैंपलों में 130 से ज्यादा दुकानदार और और उनके 370 से ज्यादा परिजन कोरोना पॉजीटिव मिले थे।

गुजरात से सटे पाली में कोरोना विस्फोट

प्रदेश में एक हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिलना खतरे की घंटी है, वहीं सभी का ध्यान जयपुर, जोधपुर अलवर की तरफ है, लेकिन गुजरात सीमा से सटे गांवों के हालात बदतर है। पाली जिले में कोरोना विस्फोट हुआ है। वहां शनिवार को सबसे ज्यादा 180 मरीज मिले। ये आंकड़ा जोधपुर और जयपुर से भी ज्यादा है। ऐसे में सीमान्त जिलों में कोरोना पर फोकस करना ज्यादा जरूरी हो गया है।

बहरहाल, देश में कोरोना का वैक्सीन आने में कितना समय लग सकता है, इसका कोई सीधा जवाब नहीं है, हो सकता है दिसंबर-जनवरी तक वैक्सीन मिलने लगे, ये भी हो सकता है कि टीका आम जन को उपलब्ध होने में दो साल का वक्त भी लग जाए। ऐसे में कोरोना से बचाव ही इसका उपचार है। जैसे हालात बन रहे हैं उनमें अगर सरकार सख्ती से दोबारा लॉकडाउन भी लगा दे तो बड़ी बात नहीं होगी। वैसे अनलॉक 3 के बाद पाबंदियां लगभग खत्म होती जा रही हैं और इसके साथ ही कोरोना देश में अपनी चाल बढ़ा चुका है, इसका क्या हश्र होगा ये आने वाले समय में पता चलेगा।

रिपोर्ट- आशीष मिश्रा