पायलट ने की BJP के साथ सरकार गिराने की डील ?

  • जयपुर में पत्रकारों से रूबरू हुए अशोक गहलोत
  • भाजपा, मीडिया और पायलट पर लगाये ये आरोप
  • मीडिया को दिल्ली से मिल रहा फायनेंस 

फोकस भारत। क्या सचिन पायलट ने भाजपा से मिलकर गहलोत सरकार को गिराने की डील की थी ? क्या गहलोत के पास इस डील के सबूत हैं ? सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद ये आरोप सचिन पायलट और भारतीय जनता पार्टी पर लगाए हैं। सचिन पायलट की बर्खास्तगी के बाद वे पायलट पर ज्यादा तेज हमले कर रहे हैं।

उन्होंने आज कहा कि लोकतंत्र खत्म करने वाले दिल्ली में बैठे हैं। मुख्यमंत्री का इशारा प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की ओर  था। उन्होंने कहा कि जो खेल कर्नाटक और एमपी में खेला गया था वही खेल  राजस्थान में खेलने की कोशिश की गई।  गहलोत ने दावा किया कि उनके पास भाजपा की हॉर्स ट्रेडिंग के सबूत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने 76 साल तक लोकतंत्र को बचाए रखा। लेकिन केंद्र सरकार और भाजपा के पास धन और बल की कमी नहीं है इसलिए उन्होंने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष को टारगेट किया, इस मामले में प्रदेश अध्यक्ष और डिप्टी सीएम रहे सचिन पायलट खुद भाजपा के साथ डील कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति में खरीद फरोख्त ठीक नहीं है।

तल्खी भरे लहजे में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी तरह का कोई षड्यंत्र नहीं है, सचिन खुद षड्यंत्र में शामिल रहे,  डिप्टी सीएम और पीसीसी चीफ पद पर रहते हुए भी डील कर रहे थे, खुद ही  नंबर भी दे रहे थे,  कोई आदमी अच्छी अंग्रेजी बोलता है, अच्छा दिखता है, अच्छी लाइफ स्टाइल है, इससे सब कुछ नहीं होता, आपकी नियत क्या है, यह सबसे महत्वपूर्ण है, थाली में रखी सोने की छूरी पेट में खाने के लिए नहीं होती। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा हमारी पीढ़ी के नेताओं की जमकर रगड़ाई हुई थी,  इसीलिए हम 40 साल बाद जिंदा हैं। लेकिन पार्टी ने सब कुछ दिया उसके बावजूद पार्टी के खिलाफ सचिन पायलट षड्यंत्र में शामिल हुए।

राजनीति, भाजपा, डील, सचिन और केंद्र सरकार पर तल्खी भरी टिप्पणियां करते करते मुख्यमंत्री ने मीडिया को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि मीडिया को केंद्र सरकार की ओर  से फाइनेंस मिला हुआ है, इसलिए राज्यों में सरकारों को अस्थिर करने में मीडिया की भूमिका भी संदेहास्पद है।

रिपोर्ट- आशीष मिश्रा 

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