बिहार में दुबे का ‘करारा स्वागत’ करेंगे ‘पांडे जी’ !

फोकस भारत। कानपुर में पुलिस के 8 जवानों की हत्या का आरोपी विकास दुबे पुलिस से छुपता फिर रहा है। उस पर पांच लाख का ईनाम घोषित किया जा चुका है। पुलिस के लिए भस्मासुर साबित हुए इस खूंखार अपराधी के बारे यह कहा जा रहा है कि वह बिहार के रास्ते नेपाल भागने की फिराक में हैं। ऐसे में बिहार पुलिस कितनी सतर्क है इसका इशारा बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने बड़ी अदा से किया। 1987 बैच के आईपीएस गुप्तेश्वर पांडे ने बिहार में शराबबंदी अभियान के दौरान अच्छी साख बनाई। वे कई जागरुकता कार्यक्रम चलाने और सामाजिक सरोकार के कामों के लिए भी जाने जाते हैं। अपराधी विकास दुबे के बिहार के रास्ते नेपाल भागने के सवाल पर डीजीपी ने दावा किया कि विकास दुबे बिहार में नहीं घुस सकता। उन्होंने चेतावनी के लहजे में कहा कि अगर उसने बिहार में घुसने की कोशिश की तो उस अपराधी का ‘भरपूर स्वागत’ किया जाएगा।
डीजीपी पांडे ने सोशल मीडिया पर विकास दुबे का महिमांडन कर रहे लोगों को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए जो उस अपराधी को ‘शेर’ की उपमा दे रहे हैं। डीजीपी ने बिहार पुलिस पर यकीन जताते हुए कहा कि नेपाल से राज्य के 7 जिलों की सीमा लगती है, इन सभी जिलों के एसपी को अलर्ट पर रखा गया है साथ ही नेपाल सीमा पर एसटीएफ भी कड़ी निगाह बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि विकास दुबे के बिहार में लिंक तलाशे जा रहे हैं हालांकि अभी तक किसी भी लिंक के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है।
बता दें कि उत्तरप्रदेश के कानपुर जिले के बकरू में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार हुए कुख्यात अपराधी विकास दुबे को लेकर दावा किया गया कि उसे फरीदाबाद के एक गेस्ट हाउस में सीसीटीवी कैमरे में कैद किया गया था। यहां से पुलिस ने विकास दुबे के एक साथ को गिरफ्तार भी किया है। उधर, पुलिस ने हमीरपुर के मौदाहा में विकास के साथी अमर दुबे को एनकाउंटमर में मार गिराया। अमर दुबे विकास का अंगरक्षक और दांया हाथ माना जाता था। यूपी पुलिस तमाम इनपुट को जोड़ते हुए सरगर्मी से आरोपी की तलाश कर रही है। यह भी माना जा रहा है कि चारों तरफ से घिरा विकास दुबे जल्द ही कोर्ट में सरेंडर कर सकता है।

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